एबी पीएम-जेएवाई के तहत बनाए गए 26 करोड़ आयुष्मान कार्ड, 49 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) ने अब तक देश भर में 26 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के मुताबिक सबसे ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश पहला, मध्य प्रदेश दूसरा और छ्त्तीसगढ़ तीसरा राज्य है।
उत्तर प्रदेश में चार करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं, मध्य प्रदेश में 3.69 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 2.04 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इसके साथ अबतक बनाए गए कार्डों में 49 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड महिला लाभार्थियों के पास हैं।
एनएचए के अनुसार 13 सितंबर, 2023 को विशेष अभियान के तहत आईटी प्लेटफॉर्म पर 1.5 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड अनुरोध सफलतापूर्वक प्राप्त हुए हैं। 23 अक्टूबर माह में 19 अक्टूबर 2023 तक 86 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। एनएचए के अधिकारी ने बताया कि अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के लिए, प्राधिकरण ने आयुष्मान कार्ड निर्माण के लिए ‘आयुष्मान एप’ लॉन्च किया है। एप में स्व-सत्यापन की एक अनूठी सुविधा है। सरल 4 चरणों में, यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को किसी भी कार्ड निर्माण केंद्र पर जाए बिना आयुष्मान कार्ड बनाने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, कोई भी व्यक्ति लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनाने में मदद कर सकता है। 13 सितंबर, 2023 को एप लॉन्च होने के बाद से इसे 26 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है।
क्या है आयुष्मान कार्ड के लाभ
इस कार्ड से लाभार्थी प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करवा सकता है। यह सुविधा वे अपने क्षेत्र में आने वाले नजदीकी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में उठा सकते हैं। इलाज के दौरान जांच और ऑपरेशन तक का भी खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है।