9 गेंदों वाले तूफानी अर्धशतक के 9 दिन बाद, अब इस बल्लेबाज ने 10 गेंदों में किया बड़ा धमाका
9 गेंदों वाला तूफानी अर्धशतक भूले तो नहीं. भूलेंगे भी कैसे, उसी से तो युवराज सिंह का बरसों पुराना महारिकॉर्ड ध्वस्त हुआ था. और, ऐसा करने वाले थे नेपाल के विकेटकीपर बल्लेबाज दीपेंद्र सिंह ऐरी, जिन्होंने 9 गेंदों में 8 पर छक्के जड़ते हुए 52 रन ठोके थे.
और पूरी दुनिया को 16 साल बाद दिखाया था सबसे तेज अर्धशतक का सबसे लेटेस्ट वर्जन. मतलब इसके बाद फिलहाल कुछ नहीं. 27 सितंबर 2023 को मंगोलिया के खिलाफ खेले मैच में दीपेंद्र सिंह ऐरी ने 3 गेंदों के अंतर से भारत के युवराज सिंह का 12 गेंदों वाला रिकॉर्ड तोड़ा था. और, अब उसके 9 दिन बाद यानी 6 अक्टूबर 2023 को आयरलैंड के बल्लेबाज सीमस लींच ने 10 गेंदों में बड़ा धमाका कर दिखाया है.
आयरलैंड के बल्लेबाज सीमस लींच ने हालांकि जो किया वो दीपेंद्र सिंह ऐरी की तरह इंटरनेशनल मैच में किया कारनामा नहीं रहा. आयरिश बल्लेबाज का बल्लेबाज का 10 गेंदों वाला धमाका यूरोपियन क्रिकेट में 10 ओवरों वाले मैच में देखने को मिला है. मतलब इसका मिजाजा T20 क्रिकेट वाला भी नहीं.
हंगरी और आयरलैंड XI के मैच में 10 गेंदों वाला तूफान
मुकाबला आयरलैंड XI और हंगरी के बीच था. 10 ओवरों वाले इस मैच में हंगरी ने पहले बैटिंग की और 10 ओवरों में 5 विकेट खोकर 94 रन बनाए. मतलब आयरलैंड XI को जीतने के लिए 10 ओवर में 95 रन बनाने थे. लेकिन, सीमस लींच की तूफानी पारी की बदौलत उसने लक्ष्य को 4.3 ओवरों में ही हासिल कर लिया.
7 छक्के, 500 से ज्यादा का स्ट्राइक रेट और 51* रन
ओपनिंग पर उतरे सीमस लींच आखिर तक नाबाद रहे और सिर्फ 10 गेंदों में 51 रन की हाहाकारी पारी खेली. 500 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से खेली इस पारी में 7 छक्के शामिल रहे. इस तेज, तीखे और ताबड़तोड़ अर्धशतक की बदौलत उन्होंने कुछ रिकॉर्ड तोड़े तो कुछ की बराबरी की.
सीमस लींच के मचाए तूफान से टीम ने 7 विकेट से जीता मैच
सीमस लींच की लाजवाब और तेज पारी का ही नतीजा रहा 3 विकेट गिरने का भी आयरलैंड XI की सेहत पर खास असर नहीं हुआ और उसने मैच को बड़ी आसानी से अपने नाम कर लिया. हालांकि, हंगरी को हराना इतना भी आसान नहीं था क्योंकि साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज लियस डू प्लूई ने उसके लिए डेब्यू करते हुए पहले 2 मैचों में 93 रन और 40 गेंदों पर 163 रन की बेजोड़ पारी खेली थी. लेकिन, तीसरे मैच में आयरलैंड XI के खिलाफ उनका बल्ला नहीं चला, जिसका पूरा फायदा इस टीम को मिला.