पीएम मोदी के ‘डिजिटल इंडिया विजन’ के फैन हुए टेक दिग्गज, बोले- भारत संग साझेदारी गर्व की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे के दूसरे दिन दुनिया की दिग्गज कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। पीएम मोदी ने इस राउंडटेबल बैठक में टेक कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से टेक्नोलॉजी और इनोवेशन संबंधी विषयों पर चर्चा की। जिसमें कटिंग-एज टेक्नोलॉजी जैसे कि एआई, क्वांटम कम्प्यूटिंग और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में साझेदारी को लेकर बात हुई।
पीएम मोदी के साथ इस राउंडटेबल बैठक में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एडोबी के सीईओ शांतनु नारायण, आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्णा, एएमडी की सीईओ लिसा सु, मॉडर्ना के सीईओ नूबर अफयान, एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग, होलटेक इंटरनेशनल के सीईओ क्रिस सिंह और एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट समेत कई टेक क्षेत्र के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई-
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि, प्रधानमंत्री भारत को ट्रांसफॉर्म करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह डिजिटल इंडिया विजन है। उन्होंने हमें भारत में निर्माण, भारत में डिजाइन जारी रखने के लिए प्रेरित किया। हमें अब अपने पिक्सेल फोन भारत में निर्मित करने पर गर्व है। वे वास्तव में इस बारे में सोच रहे हैं कि AI भारत को किस तरह से बदल सकता है जिससे भारत के लोगों को लाभ हो। उन्होंने हमें स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि में अनुप्रयोगों के बारे में सोचने के लिए चुनौती दी और वे भारत के बुनियादी ढांचे के बारे में भी सोच रहे हैं – चाहे वह डेटा सेंटर हो, बिजली हो, ऊर्जा हो और यह सुनिश्चित करने के लिए निवेश करना हो कि भारत बदलाव कर सके और हमें भारत के साथ साझेदारी करने पर गर्व है।
पिचाई ने बताया कि, हम भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(एआई) में मजबूती से निवेश कर रहे हैं और हम और अधिक करने के लिए तत्पर हैं। हमने कई कार्यक्रम और साझेदारियां तय की हैं… उन्होंने हमेशा हम सभी को भारत के लिए और अधिक करने के लिए चुनौती दी है। अब, वह हमसे एआई के साथ भी ऐसा ही करने के लिए कह रहे हैं। उनके पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण है, दोनों ही मामलों में AI द्वारा बनाए जाने वाले अवसर के संदर्भ में लेकिन वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अंततः एआई भारत के लोगों को लाभ पहुंचाए और उनका एक स्पष्ट दृष्टिकोण है कि यह सब भारत के लोगों के लिए होना चाहिए। वे हमें और अधिक करने के लिए चुनौती दे रहे हैं।