एक खानदान के तीन युवकों और एक किशोर की जान गई, दर्दनाक घटना के बाद घरों में नहीं जले चूल्हे
वाराणसी:मिर्जापुर में शुक्रवार की भोर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद वाराणसी के मिर्जामुराद स्थित बीरबलपुर बस्ती में दूसरे दिन यानी शनिवार को भी मातम का माहौल रहा। कई घरों में चूल्हे नहीं जले। गांव का हर आदमी पीड़ित परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाता दिखा। कहीं बूढ़े पिता गमगीन बैठे थे तो कहीं बच्चे अपनी बेसुध मां को देख रहे थे। इस बीच सिर्फ एक ही बात चर्चा में रही कि अब पीड़ित परिवार का गुजर-बसर कैसे होगा?
कटका के समीप सड़क हादसे में बीरबलपुर बस्ती के एक खानदान के तीन युवकों और एक किशोर की मौत हो गई। अपने बेटे अनिल और सरोज की हादसे में मौत की सूचना पाकर पिता हूबलाल बेहोश हो गए। हूबलाल के भाई कन्हैया लाल के बेटे राकेश कुमार उर्फ मुन्ना की भी सड़क हादसे में मौत हुई है। इसके अलावा हूबलाल के एक अन्य भाई भगेलू का पोते रोशन ने भी हादसे में जान गंवा दी। खानदान के तीन युवकों और एक किशोर की मौत को लेकर घर की महिलाओं और पुरुषों की हालत बेसुधों जैसी थी।
15 की मौत… लाशें गायब करने की उड़ी अफवाह, दो बार लगाया जाम
दुर्घटना के बाद क्षत-विक्षत शव और वाहन के इधर-उधर बिखरे हिस्से बता रहे थे कि हादसा कितना भयावह रहा होगा। इसी बीच अफवाह फैली की हादसे में 17-18 लोग मर गए हैं। फिर 15 की चर्चा होने लगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया तो लाशें छिपाने के आरोप भी लगे।
एक बार स्थानीय ग्रामीणों ने हाईवे जाम करने का प्रयास किया, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की सक्रियता पर कुछ मिनट बाद ही जाम खुलवा दिया गया।