केजरीवाल का ‘शीशमहल’ सील, सीएम आतिशी को अब तक आवंटित नहीं, चुनाव के पहले नया विवाद

अरविंद केजरीवाल का पुराना आवास (6 फ्लैग ऑफ रोड, सिविल लाइन) को सील कर दिया गया है। मुख्यमंत्री रहने के दौरान अरविंद केजरीवाल पिछले दस साल से इसी आवास में रह रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री पद से 17 सितंबर को इस्तीफा देने के बाद इसी नवरात्रि में उन्होंने इसे खाली कर दिया था। केजरीवाल यह मानकर चल रहे थे कि उनके बाद यह आवास उनकी पार्टी से बनने वाले अगले मुख्यमंत्री को अलॉट कर दिया जाएगा। लेकिन अधिकारियों ने नियमों का हवाला देते हुए इसमें अड़ंगा लगा दिया है।

आरोप है कि इस आवास के पुनर्निर्माण में नियमों की भारी अनियमितता की गई थी। आरोप है कि भवन के विकास के लिए नक्शा पास नहीं कराया गया था। साथ ही आरोप है कि भवन के पुनर्निर्माण में यहां के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। अब इसकी जांच के बहाने अधिकारियों ने इस आवास को सील कर दिया है। आरोप है कि केजरीवाल ने इस आवास के पुनर्निर्माण में भारी वित्तीय अनियमितता की थी। अब इस आवास से विवादों का नया जिन्न पैदा हो सकता है जो आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को प्रभावित कर सकता है।

मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने इस आवास को हासिल करने के लिए उचित तरीके से आवेदन किया था, लेकिन आरोप है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इस पर अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। आतिशी मारलेना को पहले से ही मथुरा रोड पर एक आवास आवंटित किया गया है। फिलहाल वे अपने उसी आवास में रह रही हैं और वहीं से सारे कामकाज कर रही हैं। अब नए आवास को हासिल करने पर भाजपा-आम आदमी पार्टी के बीच नया विवाद पैदा हो गया है।

खुलेगा विवादों का नया पिटारा
दरअसल, आरोप है कि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहने के दौरान इस आवास के पुनर्निर्माण में भारी खर्च किया था। मीडिया में शीश महल के नाम से नवाजे जा चुके इस आवास में विलासिता की महंगी वस्तुओं को लाया गया था। इसके पर्दे, मार्बल से लेकर टॉयलेट सीट तक को लेकर काफी विवाद खड़ा किया गया था। अब तक इस आवास में किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वंचित था, लिहाजा इस अनियमितता की बातें निकलकर बाहर नहीं की आ रही थीं, लेकिन अब यह आवास पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में आ गया है। अब इसमें किसी ‘बाहरी’ व्यक्ति के प्रवेश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इससे नया विवाद पैदा हो सकता है।

आम आदमी पार्टी का आरोप
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने 9 अक्टूबर को एक प्रेस कांफ्रेंस कर यह आरोप लगाया था कि नई मुख्यमंत्री आतिशी मारलेना को 6, फ्लैग स्टाफ रोड आवंटित नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए उचित तौर पर आवेदन कर रखा है, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके पहले आतिशी ने इस आवास को कैंप ऑफिस बनाकर यहीं से सभी कामकाज कर रही थीं। लेकिन आप नेताओं का आरोप है कि आतिशी को इस आवास पर काम नहीं करने दिया गया। पहले तो यहां पर काम कर रहे अधिकारियों को अन्यत्र तैनात कर दिया गया और अब आवास पर कोई कामकाज करने से रोक दिया गया है। लेकिन बुधवार शाम तक यह पता चला कि पूर्व मुख्यमंत्री का आवास फिलहाल किसी को आवंटित नहीं किया गया है। इसे सील कर दिया गया है।

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