‘यह लोकतंत्र की हत्या…’, तीनों सेनाओं के प्रमुखों के कार्यकाल विस्तार पर बोले इमरान खान
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को पाकिस्तान की थल सेना, वायु सेना और नौसेना प्रमुखों के कार्यकाल को दिए गए विस्तार को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कानून के शासन और लोगों के अधिकारों का उल्लंघन है। खान बीते एक साल से ज्यादा समय से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में बंद हैं।
खान ने जेल में मीडिया और अपने वकीलों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही। यह जानकारी उन्होंने अपने एक्स खाते पर एक पोस्ट के जरिए दी। पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को एक विधेयक पारित किया, जिसके तहत सेना, वायु सेना और नौसेना प्रमुख का कार्यकाल तीन साल बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया। इसके तहत सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का कार्यकाल अब नवंबर 2027 तक होगा। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने यह कानून आसिम मुनीर के निर्देशों पर बनाया है।
‘कीड़े-मकोड़ों जैसी जिंदगी जीने को मजबूर होगी जनता
इमरान खान ने कहा, ‘जो विस्तार दिए गए हैं, वह लोकतंत्र की हत्या, कानून के शासन की हत्या और लोगों के अधिकारों का उल्लंघन हैं।’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के लोग उन ‘एक्सटेंशन (कार्यकाल विस्तार) माफिया’ के खिलाफ आवाज उठाएंगे, जो सत्ता पर कब्जा जमाए हुए हैं। अगर लोग खड़े नहीं हुए तो हमारी आने वाली पीढ़ियां कीड़े-मकोड़ों जैसी जिंदगी जीने के लिए मजबूर होगी।’
‘एक्सटेंशन माफिया के हाथ में देश, न्यायपालिका को कुचला जा रहा’
उन्होंने आगे कहा, यह देश एक कब्जे और एक्टेंशन माफिया के हाथों में है, जो हर नाजायज तरीके से अपनी सत्ता बनाए रखना चाहता है। यह न तो संविधान, न कानून और न ही राजनीतिक नैतिक के अनुरूप है। खान ने यह भी कहा कि 26वें संविधान संशोधन और अन्य कानून जो कार्यकाल विस्तार के लिए बनाए गए हैं, इसी का हिस्सा हैं। न्यायपालिका और संसद को कुचला जा रहा है। कार्यकाल विस्तार और कब्जा करने से संस्थाएं मजबूत नहीं होती, बल्कि कमजोर होती हैं।