अब 1400 सीटों पर पीएचडी में होंगे दाखिले, बुलेटिन में जुड़ेंगी चारों कॉलेजों की सीटें
वाराणसी: बीएचयू में 1400 सीटों पर पीएचडी में एडमिशन होंगे। एनटीए ने बीएचयू के परीक्षा नियंता विभाग को एमओयू का प्रोफॉर्मा भेज दिया है। इस पर आधिकारिक कार्रवाई चल रही है। इसके भरकर जाते ही एनटीए नेट-जेआरएफ अभ्यर्थियों का डेटा शेयर करेगा। इसमें 10 से 15 दिन लगने का अनुमान है।
इस बार संबद्ध कॉलेजों की 150 से ज्यादा सीटों को बढ़ाकर बुलेटिन जारी की जाएगी। फिलहाल, इन सीटों की संख्या परीक्षा नियंता कार्यालय को नहीं मिली हैं, लेकिन एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कॉलेजों के हर एक शिक्षक को एक-एक पीएचडी स्कॉलर देने का फैसला लिया गया है। जबकि, इससे पहले हर एक कॉलेज से सिर्फ पांच ही पीएचडी छात्रों को एडमिशन दिया जाता था।
एनटीए ने अभी तक किसी भी विश्वविद्यालय को नेट-जेआरएफ क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का डेटा शेयर नहीं किया है। परीक्षा नियंता कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 10-15 दिन के बाद ही बुलेटिन जारी होने का अनुमान है।
10 हजार अभ्यर्थी भरते हैं फॉर्म
बीएचयू से पीएचडी आवेदन करने वाले 10 हजार अभ्यर्थियों का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। पिछले महीने 18 तारीख को नेट-जेआरएफ का परिणाम घोषित हुआ था। उसके बाद एनटीए को एमओयू के प्रोफॉर्मा और क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का डेटा बीएचयू को भेजना था, लेकिन देरी होते जा रही है।
जेआरएफ का चयन इंटरव्यू के आधार पर
बीएचयू में पीएचडी एडमिशन की प्रक्रिया हर बार से अलग है। इस सत्र में बीएचयू के रेट (रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट) के बजाय एनटीए की परीक्षा के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। बीएचयू में दो आधार पर एडमिशन होगा। जेआरएफ और दूसरा नेट क्वालिफाइड या जो पीएचडी के योग्य हो। जेआरएफ का चयन इंटरव्यू में मिले अंकों के आधार पर होगा। वहीं, नेट या पीएचडी के लिए क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का चयन नेट और इंटरव्यू के अंक को मिलाकर होगा।