हंटर बाइडन लैपटॉप विवाद में ट्रंप का एक्शन, हस्ताक्षर करने वाले पूर्व अधिकारियों की सुरक्षा मंजूरी की रद्द

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत उन्होंने 50 पूर्व खुफिया अधिकारियों के सुरक्षा मंजूरी को रद्द कर दिया। इन अधिकारियों ने 2020 में एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें यह दावा किया गया था कि हंटर बाइडन, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे, ने अपना लैपटॉप एक कंप्यूटर रिपेयर शॉप पर छोड़ा था। उन अधिकारियों ने इस खबर को ‘रूसी दुष्प्रचार’ का हिस्सा बताया था और इसे गलत ठहराया था।

90 दिनों के भीतर CIA को देनी होगी रिपोर्ट
आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के माध्यम से 90 दिनों के भीतर राष्ट्रीय खुफिया निदेशक और केंद्रीय खुफिया एजेंसी के निदेशक को एक रिपोर्ट देनी होगी। इसमें यह बताया जाएगा कि क्या इस पत्र से जुड़ी किसी भी खुफिया समुदाय में कोई अनवांछित गतिविधि हुई थी या किसी ने सुरक्षा मंजूरी का दुरुपयोग किया था।

इस मामले में कौन-कौन है शामिल?
इस आदेश में यह भी कहा गया है कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम हफ्तों में, 51 पूर्व खुफिया अधिकारियों ने बाइडन अभियान के साथ मिलकर हंटर बाइडन के लैपटॉप से जुड़ी खबर को ‘रूसी दुष्प्रचार’ बताने वाला पत्र जारी किया था। पत्र के हस्ताक्षरकर्ताओं में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशक जेम्स क्लैपर, पूर्व सीआईए निदेशक माइकल हेडन, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और पूर्व सीआईए निदेशक जॉन ब्रेनन शामिल थे।

कार्यकारी आदेश में यह भी कहा किया गया कि जॉन बोल्टन ने 2019 में व्हाइट हाउस से अपनी नौकरी छोड़ने के बाद एक किताब प्रकाशित की, जिसमें संवेदनशील जानकारी का इस्तेमाल किया गया था। यह किताब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी को सार्वजनिक करने का खतरा पैदा करती थी।

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