सूदखोर के डर से लगाई नहर में छलांग, 48 घंटे बाद भी नहीं लगा सुराग; अब पानी में ऐसे लगाया जाएगा युवक का पता

मैनपुरी: मैनपुरी के किशनी थाना क्षेत्र के गांव जवापुर के भूपेंद्र उर्फ डबलू की बुधवार को भी पूरे दिन ढढ़ौस नहर में तलाश जारी रही। हालांकि देर शाम तक उसका कोई सुराग नहीं लगा। फर्रुखाबाद से बुलाए गए गोताखोर भी बैरंग लौट गए। पैक्सपैड के चेयरमैन प्रेम सिंह शाक्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने डीएम से वार्ता कर ऑक्सीजन सिलिंडर से लैस गोताखोर बुलाने की मांग की, ताकि नहर की तलहटी में जाकर तलाश की जा सके।

जवापुर निवासी 32 वर्षीय भूपेंद्र उर्फ डबलू पुत्र रामदत्त शाक्य सोमवार को घर से बाजार जाने की बात कहकर निकला था। देर शाम तक वह घर नहीं पहुंचा। परिजन ने तलाश शुरू की। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस को जानकारी मिली कि एक साइकिल व कपड़े नहर की पटरी पर रखे हैं। पुलिस ने मौके पर जाकर बरामद साइकिल और कपड़ों की पहचान परिजनों से कराई। इसके बाद नहर में तलाश शुरू करा दी।

मंगलवार सुबह एसडीआरएफ की टीम नहर पुल पर पहुंची। इसके बाद फर्रुखाबाद से निजी गोताखोरों की टीम भी बुलाई गई। सभी टीम बुधवार तक तलाश में जुटी रहीं। कोई सफलता हाथ नहीं लगी। प्रभारी निरीक्षक महाराज सिंह भाटी ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम नहर में तलाश कर रही है।

आर्थिक तंगी के कारण लगाई छलांग
परिजन और गांव वालों से पुलिस को जानकारी मिली है कि भूपेंद्र पर किसी सूदखोर का पैसा था। सूदखोर उससे पैसों को लेकर तगादा किया था। रुपये न होने के कारण वह तनाव में आ गया। इसके बाद ही उसने आत्महत्या के लिए नहर में छलांग लगा दी।

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