गृहयुद्ध के बीच सूडान की सबसे बड़े रिफाइनरी में लगी आग, सेना ने विद्रोही समूह पर लगाया हमले का आरोप
सूडान में सेना और विद्रोही समूह रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच जारी गृह युद्ध के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां देश की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी अल-जैली में हमलों के कारण आग लग गई। इस बात का खुलासा सैटेलाइट द्वारा ली गई तस्वीर से हुआ। अल-जैली में आग लगने से राजधानी खार्तूम में चारों आरो धुंआ फैल गया है। यह रिफाइनरी कंपनी सूडान सरकार और चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉर्प (सीएनपीसी) की साझेदारी में है।
बता दें कि अल-जैली रिफाइनरी राजधानी खार्तूम से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। रिफाइनरी पहले भी हमलों का शिकार हो चुकी है क्योंकि आरएसएफ ने अप्रैल 2023 से इस सुविधा पर नियंत्रण का दावा किया है और उनके बल इसकी रखवाली कर रहे थे। वहीं मामले में मीडिया रिपोर्ट की माने तो आरएसएफ ने रिफाइनरी को बारूदी सुरंगों से घेर दिया है, ताकि आगे बढ़ने की गति धीमी हो सके।
सैटेलाइट तस्वीर से खुलासा
25 जनवरी को उपग्रह से ली गई तस्वीरों में रिफाइनरी में लगी आग की लपेटें और चारों ओर धुआं देखने को मिल रही है। साथ ही आग के कारण, तेल टैंक जल रहे थे और काले धुएं का गुबार खार्तूम की ओर बढ़ रहा था, जो श्वसन समस्याएं और कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। बता दें कि 100,000 बैरल तेल प्रोसेस करने वाली अल-जैली रिफाइनरी गुरुवार तक लगभग सही सलामत थी, लेकिन अगले दिन रिफाइनरी पर एक बड़ा हमला हुआ, जिसके परिणामस्वरूप पूरे परिसर में आग लग गई। नासा के सैटेलाइट से प्राप्त डेटा के अनुसार, इस आग को अब दुनिया भर में जंगल की आग की निगरानी करने वाली प्रणालियों से ट्रैक किया जा रहा है।