कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर तेज हुई सियासत, भाजपा और कांग्रेस पार्टी आमने सामने
कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर सियासत तेज हो गई है। सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस पार्टी आमने सामने है। कर्नाटक बीजेपी ने ट्वीट कर कहा है, “हम कहते रहे हैं कि हिजाब विवाद के जन्म के पीछे कांग्रेस का हाथ है। हाईकोर्ट में हिजाब के पक्ष में तर्क देने वाला एक वकील कांग्रेस का कानूनी प्रकोष्ठ का प्रतिनिधि है। क्या हमें यह कहने के लिए एक और उदाहरण की आवश्यकता है कि कांग्रेस इस दिशा में काम कर रही है।” भगवा पार्टी ने विपक्ष पर समाज को तोड़ने का आरोप लगाया है।
भाजपा के इस आरोप (हिजाब विवाद के पीछे कांग्रेस है क्योंकि उसके कानूनी प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि अदालत में मामले में पक्ष रख रहे हैं) पर प्रतिक्रिया देते हुए वकील देवदत्त कामत ने कहा, “मैं सौभाग्य से एक स्वतंत्र देश में रहता हूं। एक वकील के रूप में, मैं किसी भी मामले में पेश होता हूं और बहस करता हूं जिसमें मुझे निर्देश दिया जाता है। कोई तीसरा पक्ष और कोई राजनीतिक दल मेरे इस चयन पर सवाल नहीं उठा सकता है!”
कर्नाटक के एक कॉलेज में क्लास के भीतर मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए मना कर दिया था। मुस्लिम छात्राओं ने इसका विरोध किया। उन्होंने इसे धार्मिक स्वतंत्रता करार दिया। इसके बाद हिजाब के विरोध में कुछ बच्चों ने भगवा गमछे या शॉल पहनने शुरू कर दिया। इससे विवाद और बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। इस मामले पर सियासत भी लगातार जारी है। हिजाब के पक्ष में मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं।
हिजाब को लेकर विवाद के चलते कर्नाटक में शुरू हुआ प्रदर्शन मंगलवार को पूरे राज्य में फैल गया। कॉलेज परिसरों में पथराव की घटनाओं के कारण पुलिस को बल प्रयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां ‘टकराव-जैसी’ स्थिति देखने को मिली। इस बीच, सरकार और हाईकोर्ट ने शांति बनाये रखने की अपील की है। अदालत हिजाब पहनने के छात्राओं के अधिकार के लिए उनकी एक याचिका पर विचार कर रही है। इस मुद्दे के एक बड़े विवाद का रूप धारण कर लेने के बाद, राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में शैक्षणिक संस्थानों में तीन दिनों के अवकाश की घोषणा की।