यूपी चुनाव: भाजपा के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहीं जिला पंचायत अध्यक्ष का काफिला ग्रामीणों ने रोका ,गाड़ियों पर पथराव
गाजीपुर के सैदपुर से भाजपा गठबंधन प्रत्याशी सुभाष पासी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहीं जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह एवं विधायक की पत्नी रीना पासी के काफिले को शनिवार दोपहर गांव में घुसने से ग्रामीणों ने रोक दिया।
सादात थानाक्षेत्र के इकरा-कुड़वां गांव में लोगों ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। भाजपा नेताओं ने विरोध किया तो मनबढ़ युवकों ने जिपं अध्यक्ष और विधायक की पत्नी से भी दुर्व्यवहार किया।
कार्यकर्ता आक्रोश देखते हुए सादात की ओर लौटने लगे तो कुछ युवकों ने पथराव भी किया। प्रचार काफिले में चल रहे पूर्व जिला उपाध्यक्ष की गाड़ी पर लाठी मारकर पीछे का शीशा तोड़ दिया। सैदपुर से उम्मीदवार और विधायक सुभाष पासी की पत्नी रीना पासी और जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह समेत कई वाहनों में भाजपा कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में जुटे थे।
सादात से निकलकर ग्रामसभा गौरा में प्रचार करते हुए काफिला गांव इकरा कुड़वां होकर मखदुमपुर की तरफ आगे बढ़ने लगा। इसी बीच इकरा कुड़वा गांव के पास जुटे चार दर्जन युवकों ने गाली गलौज शुरू कर दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के साथ उनकी गाड़ी में रीना पासी बैठी थीं, ग्रामीणों ने उनसे दुर्व्यवहार किया। वाहनों पर पथराव की कोशिश की।
सबसे पीछे चल रहे पूर्व जिला उपाध्यक्ष रघुवंश सिंह पप्पू की टीयूवी कार का पिछला शीशा लाठी मारकर तोड़ दिया। सादात थाने पहुंचे पूर्व जिला उपाध्यक्ष रघुवंश सिंह पप्पू ने तहरीर देकर दो नामजद और पच्चीस अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। सादात थानाध्यक्ष शशिचन्द्र चौधरी ने बताया कि रघुवंश सिंह पप्पू की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर गई और ग्रामीणों से पूछताछ की है। रिपोर्ट दर्ज कर जांच के साथ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
खानपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा-निषाद पार्टी के प्रत्याशी सुभाष पासी के पोस्टर फाड़ने के आरोपियों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस की ओर से अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि शुक्रवार को सराय सुल्तान गांव में चुनाव प्रचार करने गईं विधायक सुभाष पासी की पत्नी रीना पासी का घेराव किया। गांव के मनबढ़ युवकों ने रास्ता रोककर विरोध में नारेबाजी की और गाड़ियों पर लगे पोस्टर बैनर फाड़ दिए थे।