अब यूक्रेन के लोगों के साथ रूसी सेना कर रही ये काम , जानकर चौक जाएगे आप
युद्ध के बीच घिरे यूक्रेन में बमबारी से बचने के लिए सैकड़ों लोग शहरों में छिपे हुए हैं। रूसी सेनाओं का जैसे-जैसे शहर में कब्जा बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे इनकी ज्यादती की खबरें भी बढ़ रही हैं।
मारियुपोल पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने कहा कि शहर में बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर नष्ट हो गया है और इसे पृथ्वी के नक्शे से मिटा दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, डोनेट्स्क सैन्य-नागरिक प्रशासन के प्रमुख पाव्लो क्यारिलेंको ने कहा कि हजारों मारियुपोल निवासी कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में भूख से मर रहे हैं। रूसी सेनाओं ने उन्हें भोजन, पानी और सुरक्षित मार्ग मुहैया करने से इनकार कर दिया है।
मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने कई हजार लोगों को रूस की सीमा में जाने के लिए मजबूर किया है। परिषद ने अपने बयान में कहा कि कब्जे वाले लोगों को यूक्रेन छोड़कर रूसी क्षेत्र में जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। कब्जा करने वालों ने अवैध रूप से लेवोबेरेज्नी जिले से लोगों को बाहर निकाला और एक स्पोर्ट्स क्लब की इमारत में शेल्डर बनाया है। ये वो लोग हैं, जो बमबारी से बचने के लिए छिपे हुए थे। शेल्डर में लोगों की हालत काफी खराब है। इन्हें भोजन-पानी जैसे मूलभूत चीजें भी नहीं मिल रही हैं।
दक्षिण-पूर्वी शहर मारियुपोल में शनिवार को रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच विशाल इस्पात संयंत्र पर कब्जा करने के लिए संघर्ष हुआ। यूक्रेन की प्रमुख औद्योगिक संस्थानों में से एक मारियुपोल स्थित अजोव स्टील प्लांट पर कब्जा को लेकर परस्पर विरोधी रिपोर्टें आ रही हैं। अजोव बटालियन के सदस्य व्लादस्लिाव सोबोलिवेस्की ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया, दुश्मन शहर में इतनी दूर नहीं पहुंचा है। यूक्रेनी नौसेना, आजोव बटालियन व पुलिस शहर और उसके नागरिकों की रक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि अजोव स्टील प्लांट हमारे नियंत्रण में है। प्लांट सहित पूरे शहर में हवाई हमले हुए, लेकिन दुश्मन हमारे प्लांट पर हाथ नहीं डाल पाए।