कोरोना को लेकर टॉप US एक्सपर्ट की चेतावनी, पड़ सकती है चौथी डोज की जरूरत
दुनिया भर में फैली कोरोना वायरस महामारी का यह तीसरा साल है। कई देशों में एक बार फिर कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोना के ओमिक्रॉन BA.2 वेरिएंट से इंफेक्शन के ज्यादातर मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे हालात में कोरोना ने फिर से चिंता बढ़ा दी है।
अमेरिका के टॉप मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. एंथनी फौसी ने चेतावनी दी है कि यूएस में आने वाले हफ्तों में कोरोना मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड की सेकंड बूस्टर शॉट या चौथी डोज की जरूरत भी पड़ सकती है।
दवा निर्माता कंपनियां फाइजर और मॉडर्ना कोरोना-रोधी चौथी डोज लेकर तैयार है। इन कंपनियों ने अमेरिकी प्रशासन से चौथी डोज के इस्तेमाल की मंजूरी मांगी है। व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार फौसी ने यूरोप में मामलों में वृद्धि का हवाला दिया। उन्होंने कहा, “बीए.2 वेरिएंट ओमिक्रॉन की तुलना में लगभग 50 से 60 प्रतिशत या उससे अधिक संक्रामक है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में यह डोमिनेंट वेरिएंट हो सकता है। डर इस बात का है कि यूरोप में जिस तेजी से कोरोना केस बढ़ थे, उसी तेजी से इस वेरिएंट के चलते फिर से मामले सामने आ सकते हैं।”
वहीं, WHO की कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वेन केरकोव ने कहा कि महामारी खत्म हो गई है, ओमिक्रॉन हल्का है और यह कोविड का आखिरी वेरिएंट है, जैसी कई गलत जानकारियां दुविधा पैदा कर रही हैं। केरकोव ने कहा कि BA.2 अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट नजर आ रहा है। उन्होंने जानकारी दी, ‘हमें आबादी के स्तर पर BA.1 से तुलना में BA.2 की गंभीरता में कोई बदलाव नजर नहीं आया। हालांकि, ज्यादा मामलों के साथ आप अस्पतालों में भर्ती होने की संख्या में इजाफा देखेंगे और यह बढ़ी हुई मौतों में बदल जाता है।’