चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं तो जानें यह नियम , अधिकारियों को दिए ये निर्देश

चारधाम आने वाले 50 साल से अधिक उम्र के तीर्थ यात्रियों का अब अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण होगा। स्वस्थ पाए जाने के बाद ही अब इस उम्र के लोगों को यात्रा की इजाजत दी जाएगी। स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने चारधाम से जुड़े सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम में बिगड़ते मौसम को देखते हुए यात्रा मार्ग पर शुरू में ही तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित कर लिया जाए।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों को कोई बीमारी है या किसी प्रकार की दिक्कत है उन्हें यात्रा के खतरे को लेकर सतर्क किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम में स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है लेकिन खराब हालात की वजह से कई लोगों का स्वास्थ्य अचानक खराब हो रहा है।

अभी तक एक लाख से अधिक लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 73 यात्रियों को लौटाया गया है जबकि 1800 से अधिक यात्रियों ने शपथ पत्र देकर अपने रिस्क पर यात्रा की है। 206 यात्रियों को हायर सेंटर रेफर किया गया जबकि 26 यात्रियों को एयर लिफ्ट कराया गया है।

केदारनाथ यात्रा पर आए चार तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। केदारनाथ की विषम परिस्थिति में उनकी मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि मंगलवार को केदारनाथ में 4 यात्रियों की मृत्यु हुई है। जिसमें 56 वर्षीय रविन्द्र नाथ मिश्रा, प्रताप नगर यूपी, 65 वर्षीय अनिता राय सिन्धे, ग्राम भागला जिला औरंगाबाद महाराष्ट्र, 60 वर्षीय मानकुंवर नागर, एमपी तथा 56 वर्षीय लता कमावत, थाना नथवाड़ा राजस्थान की मृत्यु हुई है।

उन्होंने बताया कि अब तक कुल 34 यात्रियों की मौत हो चुकी है। सीएमओ ने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थयात्रियों में यदि किसी के भी स्वास्थ्य खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार किया जा रहा है जिसके लिए यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डॉक्टरों की तैनाती की गई है। डॉक्टरों द्वारा ओपीडी के माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा रहा है। मंगलवार को 522 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और100 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया।

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