विटामिन डी की कमी बढ़ा सकती है इन बीमारियों का खतरा,जानें बचाव
पुरुषों के मुकाबले भारतीय महिलाओं में विटामिन डी कम पाया जाता है। जबकि महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी यानी सनशाइन विटामिन बेहद जरूरी है। शोध के अनुसार जिन महिलाओं में विटामिन डी की कमी होती है उनमें,हार्ट फेलियर,हार्ट अटैक,स्ट्रोक,मधुमेह तथा हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने की संभावना अधिक होती है। गर्भावस्था के दौरान अगर विटामिन डी लेवल कम हो जाता है तो, इसे प्री एक्लेप्सिया, गेस्टेशनल डायबिटिज जैसी स्थिति बन जाती है। आइए जानते हैं महिलाओं में क्यों कम होता है विटामिन डी और इसके कम होने से उन्हें झेलनी पड़ सकती हैं क्या-क्या समस्याएं।
महिलाओं में क्यों कम होता है विटामिन डी –
-महिलाओं में होने वाला हॉर्मोनल बदलाव, मेनोपोज़ के बाद और बच्चों को दूध पिलाने वाली महिलाओं में ये दिक्क़त ज़्यादा देखने को मिलती है।
-भारतीय महिलाएं ज़्यादातर घर के कामकाज या ऑफिस में व्यस्त रहती हैं इस वजह से धूप का सेवन कम करती हैं।
-विटामिन-डी की कमी की बहुत बड़ी वजह खाने में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल है। रिफाइंड तेल के इस्तेमाल की वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल मॉलिक्युल (कण) कम बनते हैं। शरीर में विटामिन-डी बनाने में कोलेस्ट्रॉल के कणों का काफी योगदान होता है। इसकी वजह से विटामिन-डी को शरीर में प्रोसेस करने में दिक्क़त आने लगती है।
-भारतीय महिलाएं अकसर या तो साड़ी पहनती हैं या तो सूट, इस वजह से उनका हर अंग कपड़ों से ढका रहता है। भारतीय महिलाओं में विटामिन-डी की कमी का यह भी एक कारण हो सकता है।