उत्तराखंड में आफत बना मानसून, बारिश के बाद भूस्खलन बना मुसीबत दो नेशनल हाईवे किये गए बंद
उत्तराखंड में जारी मानसूनी बारिश से मुसीबतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी का येलो अलर्ट जारी किया है।देवप्रयाग में अलकनंदा का जलस्तर चेतावनी का निशान पार कर चुका है।
यमुनोत्री हाईवे समेत 260 सड़कों पर भूस्खलन के कारण यातायात ठप हो गया। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भडेलीगाड में 20 मीटर रास्ता ध्वस्त हो जाने से प्रशासन ने दो दिन के लिए धाम की यात्रा रोक दी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी और मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।केदारनाथ हाईवे बांसवाड़ा में मलबा आने से 11 घंटे तक बंद रहा। यमुनोत्री हाईवे डामटा और ब्रह्मखाल कुमराड़ा के पास बंद है। कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में 10 मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
चमोली में ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ और चटवापीपल के पास मलबा और बड़े पत्थर आने से 10 से 15 मीटर बह गया। बीआरओ मार्ग ने दिनभर मशक्कत कर किसी तरह मार्ग को फौरी तौर यातायात के लिए खोल दिया है। टिहरी जिले में ऋषिकेश-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बछेन्द्रीखाल के पास बंद है।