भारत को एक वैश्विक औषधि केंद्र बनाने की सरकार की तैयारी, अब बनाया ये नया प्लान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भारतीय औषधि बाजार में बढ़ते अवसरों का लाभ उठाने के लिये जापानी कंपनियों को आमंत्रित किया।उन्होंने कहा है कि देश का औषधि उद्योग सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं के भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता के रूप में दुनियाभर में स्वास्थ्य परिणाम को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
मांडविया ने तोक्यो में भारतीय दूतावास में जापानी दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों और जापान फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (जेपीएमए) के सदस्यों के साथ बैठक में यह बात कही। बैठक में जेपीएमए के महानिदेशक जुनिची शिराशि और प्रबंध निदेशक सचिको नाकागावा में मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि उत्पादन से जुड़ी नई प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना ने कंपनियों को वैश्विक बाजार में आपूर्ति करने के उद्देश्य से भारत में दवाओं के उत्पादन के लिये प्रोत्साहित किया है।मांडविया ने अपने संबोधन में कहा, ”देश का औषधि उद्योग सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं के भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता के रूप में सेवा कर दुनियाभर में स्वास्थ्य परिणाम को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इससे भारत को एक वैश्विक औषधि केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।”