मुखर्जी नगर अग्निकांड पर बोले छात्र-“दोनों रास्ते बंद थे, लगा अब नहीं बचेंगे जान जोखिम में डालकर…’
दिल्ली के मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर में आग लगने के बाद अंदर फंसे छात्रों को बचाने के लिए इलाक के ही कुछ लोग फरिश्ता बनकर सामने आए। उन्होंने ऊपर से कूद रहे छात्रों की जान बचाने के लिए गद्दों और बैग का फर्श तैयार किया, जिससे कि छात्रों को ज्यादा चोट न लगे।
मुखर्जी नगर में बत्रा सिनेमा के समीप स्थित कोचिंग सेंटर में फंसे थे। इमारत में एक ही एंट्री थी और एक ही एग्जिट। इस कारण जब आग लगने के बाद पूरी इमारत में धुआं-धुआं हुआ तो उस वक्त मौजूद करीब 600 छात्रों की जान पर बन आई थी।
अफरा-तफरी के बीच छात्र खुद ही कोचिंग सेंटर की खिड़कियों को तोड़कर रस्सी व तार के सहारे नीचे कूदने लगे। जैसे-जैसे आग पर काबू पाया जा रहा था, वैसे-वैसे फायर विभाग की टीम अंदर फंसे छात्रों को बाहर निकाल पास के अस्पतालों में भर्ती करा रही थी।
इमारत को अंदर से दो भागों में विभाजित किया गया है। एक हिस्से में मुश्किल से तीन फीट का जीना है, जो चौथी मंजिल तक जाता है। जबकि पिछले हिस्से में भी करीब इतना ही चौड़ा एक जीना बनाया गया है जो महज एक मंजिल तक ही था। इस कारण छात्रों के पास बाहर निकलने का कोई विकल्प नहीं मिला तो खिड़की तोड़ रस्सी के सहारे नीचे उतरने लगे।