डायबिटीज और हड्डियों के लिए है वरदान, रोज करें सेवन, मिलेंगे 5 चमत्कारी लाभ
आयुर्वेद में कई पेड़-पौधों को सेहत के लिए बेहद उपयोगी माना गया है. ऐसे ही एक पेड़ का नाम है अर्जुन. दरअसल, इस पेड़ का सबसे अधिक उपयोग काढ़ा बनाने में किया जाता है.
काढ़ा बनाने की मुख्य वजह यह है कि अर्जुन की छाल के पानी में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जिससे यह काफी स्वास्थ्य लाभों को प्रदान करता है। यह डायबिटीज, इंफेक्शन, संक्रमण, गले की खराश, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों को दूर करने में भी काफी मददगार होता है. अर्जुन का यह वृक्ष नदी-नाले के आसपास उगता है, जो की 30- 40 फ़ीट की ऊंचाई तक का हो सकता है. इसका तना चिकना सफेद रंग का होता है और फल चौकोर आकार का आता है. आइए हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक जानते हैं अर्जुन की छाल से चमत्कारी लाभ.
अर्जुन की छाल के 5 चमत्कारी लाभ
डायबिटीज कंट्रोल करे: अर्जुन की छाल का उपयोग डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी असरदार माना जाता है. दरअसल, इस वृक्ष में कुछ विशेष प्रकार के एंजाइम्स पाए जाते हैं. इसी वजह से अर्जुन की छाल में भी एंटीडायबिटिक गुण मौजूद होते हैं. अर्जुन छाल में मौजूद यह गुण किडनी और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
हार्ट का खतरा कम करे: अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड नाम का रसायन पाया जाता है, जो हार्ट रोग से जुड़े जोखिमों को दूर कर सकता है. इसके लिए आप अर्जुन की चाय भी पी सकते हैं. इसको बनाने के लिए छाल के पाउडर की आधा चम्मच अनुपात में मात्रा लेकर उसे चायपत्ती की तरह उबालें. अब अदरक, इलायची, दालचीनी, थोड़ा सा सेंधा नमक और गुड़ भी साथ में प्रयोग करें. आप चाहें तो दूध भी डाल सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है.
हड्डियों को बनाए मजबूत: अर्जुन का वृक्ष आपने आपमें एक चमत्कारिक औषधि है. कई लोग इसका इस्तेमाल टूटी हड्डियों को जोड़ने के लिए करते हैं. दरअसल, अर्जुन के फल में हड्डियों को मजबूत करने वाले तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. साथ ही इससे हड्डियों का दर्द और कमजोरी भी दूर होती है. इसलिए आप इसकी छाल का पाउडर और दूध का सेवन कर सकते हैं.