चिटफंड के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में विश्वभारती की छात्रा गिरफ्तार
शेयर बाजार में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में इशिता शील नाम की विश्वभारती की एक छात्रा को गिरफ्तार किया गया है। बोलपुर थाने की पुलिस ने रविवार सुबह उसे पश्चिम गुरुपल्ली स्थित घर से गिरफ्तार किया।
सूत्रों के अनुसार, वह विश्वभारती के संगीत भवन के रवीन्द्र संगीत विभाग की स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की छात्रा है। उसके खिलाफ पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका था और लम्बे समय से पुलिस उसे तलाश कर रही थी। रविवार सुबह उसे पश्चिम गुरुपल्ली के किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित को बोलपुर उप-विभागीय अदालत में पेश करने पर न्यायाधीश ने पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
उल्लेखनीय है कि तीन फरवरी को इसी मामले में उसके भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों भाई-बहनों ने मिलकर बोलपुर में लगभग 150 युवाओं से कथित तौर पर 30 करोड़ रुपये की उगाही की थी। इस मामले में एक नई चिटफंड कंपनी का पर्दाफाश हुआ था। आरोप है कि दोनों भाई-बहन ने एसएस कंसल्टेंसी नाम की कंपनी बनाकर खुले बाजार से कम से कम 30 करोड़ रुपये जुटाए थे। दर्ज कई शिकायतों के आधार पर बोलपुर थाने की पुलिस ने सबसे पहले संस्था के प्रमुख शुभ्रायन शील को गिरफ्तार किया था। इस बार शुभ्रायन की बहन इशिता शील को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बोलपुर के करीब 150 युवाओं से शेयर मार्केट के नाम पर लाखों रुपये की उगाही की गई थी। अतिरिक्त मुनाफे का लालच देकर बोलपुर में एक बड़ी चिटफंड कंपनी स्थापित की गई थी।