अमीर लोगों Skin Cancer का खतरा अधिक! स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है जो पूरे शरीर पर फैली हुई है. स्किन में भी कैंसर हो सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल लाखों की संख्या में Skin Cancer के मामले सामने आते हैं.
वहीं स्किन कैंसर फाउंडेशन के आंकड़ों के अनुसार, डायग्नोस किए जाने वाले हर तीन कैंसर के मरीजों में से एक स्किन कैंसर से पीड़ित होता है. हाल ही में हुई एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है. इस स्टडी में कहा गया है कि अमीर लोगों को स्किन कैंसर का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है.
CANADA के लोगों में खतरा अधिक-
इस स्टडी में कैंसर को लेकर बात की गई है. ये स्टडी मैकगिल यूनिवर्सिटी द्वारा कराई गई है, जिसमें स्किन कैंसर को लेकर बहुत सारे खुलासे किए गए हैं. स्टडी में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि अटलांटिक रीजन मे रहने वाले और कनाडा के लोगों को मेलानोमा यानी स्किन कैंसर का खतरा ज्यादा होता है. मेलानोमा कैंसर का ही एक रूप है. ये जानलेवा और खतरनाक होता है जो सीधे स्किन पर हमला करता है.
कनाडा में तीन में से एक शख्स स्किन कैंसर की जद में-
स्टडी में बताया गया है कि स्किन कैंसर पूरी दुनिया में तेजी से पैर पसार रहा है. खासकर कनाडा और अटलांटिक रीजन में रहने वाले लोगों में इसकी पकड़ ज्यादा देखी गई है. यहां के लोग स्किन कैंसर से अधिक पीड़ित हैं. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कनाडा में तीन में से एक शख्स स्किन कैंसर के खतरे में है. स्टडी में कनाडा और अटलांटिक रीजन में लोगों के व्यवहार, जीवन स्तर, इनकम और जैंडर की पहचान की गई.
हायर इनकम ग्रुप के लोग प्रभावित-
स्टडी में कहा गया है कि ज्यादा कमाई करने वाले यानी हायर इनकम ग्रुप वाले लोग स्किन कैंसर की गिरफ्त में जल्दी आते हैं. दरअसल इसके पीछे कई कारण हैं जैसे-
-ज्यादा धूप में रहना
-यूवी किरणों के संपर्क में ज्यादा आना
– सन बर्न
– टेनिंग बैड में सोना
खासकर टैनिंग बैड के चलते स्किन कैंसर के केस ज्यादा आते हैं.
50 हज़ार डॉलर से ज्यादा कमाने वाले लोगों में खतरा अधिक-
स्टडी में कहा गया है कि जो लोग हर साल 50 हज़ार डॉलर से ज्यादा कमाते हैं, दरअसल उनका आउटडोर काम और एक्टिविटीज ज्यादा होती है. ऐसे में ये लगातार सूरज और पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आते हैं, जिसके चलते ये स्किन कैंसर का शिकार हो जाते हैं. स्टडी में ये भी कहा गया है कि इस कारण को बताए जाने के बाद लोग सन बर्न और सन एक्सपोजर से बचेंगे औऱ स्किन कैंसर के तेज होते मामलों पर लगाम कसी जा सकेगी. इतना ही नहीं महिलाओं की अपेक्षा पुरुष और गोरी स्किन वाले लोग भी स्किन कैंसर की चपेट में जल्दी आते हैं.