Vibrio vulnificus से दूषित मछली खाने पर महिला के काटने पड़े हाथ-पैर
आज भी पूरी दुनिया कोरोना महामारी से उबर नहीं पाई है और अब नई नई मुसीबतें लोगों को परेशान कर रही हैं. इन्हीं में से एक है Vibrio vulnificus.हाल ही में कैलिफोर्निया में विब्रियो वल्निकस नामक बैक्टीरिया से दूषित तिलापिया खाने पर एक महिला के हाथ-पैर काटने पड़े.
अब आप सोच रहे होंगे कि ये Vibrio vulnificus है क्या तो आइए इसके बारे में जानते हैं.
महिला के काटने पड़े हाथ पैर-
हाल ही में एक मामला सामने आया है, जिसे सुन आप चौंक जाएंगे. दरअसल में कैलिफोर्निया की एक 40 वर्षीय लॉरा बाराजस ने बाजार से एक तिलापिया (Tilapia) मछली खरीदी थी जो विब्रियो वल्निकस नामक एक एक जानलेवा फ्लैश ईटिंग बैक्टीरिया से इन्फेक्टेड थी. महिला ने इस मछली को खा लिया और उसके बाद महिला के पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया, जिसके चलते डॉक्टर को उसके दोनों हाथ पैर काटने पड़े.
क्या है Vibrio vulnificus?
विब्रियो वल्निकस एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो घातक संक्रमण का कारण बन सकता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, लैटिन भाषा में विब्रियो का मतलब होता है बाइब्रेट करना और वल्निफिकलस का मतलब है घाव करना. इसका संक्रमण तब होता है जब इंसान अधपका खाना खाता है. इसके साथ ही ये तब भी प्रभावित कर सकता है जब इंसान खुले घाव के साथ स्विमिंग पूल या पानी के सम्पर्क में आता है. ये बैक्टीरिया बहुत तेजी से शरीर के अंगों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाता है.
क्या है Vibrio vulnificus के लक्षण-
संक्रमण तेजी से शरीर में फैलता है और इसके कारण बुखार, लो ब्लड प्रेशर की समस्या के साथ दर्दकारक छाले हो सकते हैं-
-बुखार
-त्वचा में लालिमा
-दर्दनाक दाने
-डायरिया
-चक्कर आना
-तेज धड़कन
-पस वाले छाले
-जी मिचलाना
कितना जानलेवा है बैक्टीरिया?
इस बैक्टीरिया का संक्रमण तेजी से पूरे शरीर में फैलने लगता है. इसे काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि ऐसे मामलों में तत्काल इलाज की जरूरत होती है. यह शरीर के अंगों को बुरी तरह से डैमेज करता है. इसके संक्रमण के कारण हर 5 में से एक इंसान की मौत हो जाती है.
Vibrio vulnificus से कैसे बचें?
-अधपका समुद्री भोजन न खाएं.
-सी-फूड खाने से पहले इस बात पर ध्यान जरूर दें कि ये अच्छी तरह से उबाला हुआ और पकाया हुआ हो.
-पके हुए और बिना पके समुद्री भोजन को एक साथ टेबल पर न रखें.
-सी फूड बनाने के बाद हाथ अच्छी तरह से धोएं
-घाव या खरोंच होने पर समुद्री या खारे पानी से दूर रहें