मोदी की हैट्रिक के लिए चुनावी पिच मजबूत करेंगे संघ और भाजपा, दलित और पिछड़ों पर जोर

लोकसभा चुनाव 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा प्रदेश में चुनावी पिच को मजबूत करेंगे। वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया को भी चारों ओर से घेरेंगे। संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और सह सर कार्यवाह अरुण कुमार की मौजूदगी में भाजपा और योगी सरकार के साथ आयोजित समन्वय बैठक में सामाजिक सरोकार के साथ राष्ट्रवाद के मुद्दों को आगे बढ़ाने पर भी मंथन हुआ।

देवा रोड स्थित होटल में मंगलवार को आयोजित समन्वय बैठक में पहले चरण में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के साथ संघ के विभिन्न अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी। हिन्दू जागरण मंच की ओर से अवैध घुसपैठ और सरकारी जमीनों पर मस्जिद और मजार बनाने की समस्या रखी। वहीं विद्या भारती की ओर से विद्यालयों की मान्यता, विद्यालयों के भूमि आवंटन कराने से जुड़े मुद्दे रखे गए। विहिप हिन्दू परिषद ने धर्मांतरण, लव जेहाद सहित अन्य मुद्दे रखे। लघु उद्योग भारती की ओर से भी उद्यमियों से जुड़े हुए मुद्दे बैठक में रखे गए। बैठक में विपक्षी गठबंधन एनडीए को घेरने की रणनीति पर भी बात हुई। दलित और पिछड़े वर्ग के बीच पकड़ मजबूत करने के लिए भी संघ व भाजपा के संगठन मिलकर काम करेंगे। बैठक में क्षेत्रीय और प्रांत स्तर के प्रचारक भी मौजूद थे।

पूरा परिवार एकजुट होकर जुट जाए
दूसरे चरण में शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ आयोजित समन्वय बैठक में निर्णय लिया गया कि अब आरएसएस, सभी अनुषांगिक संगठन, भाजपा और सरकार पूरी तरह चुनावी तैयारी में जुट जाएं। यदि कहीं कोई दिक्कत है तो उसका आपसी बातचीत से समाधान करें। अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह, काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर निर्माण, प्रमुख धार्मिक स्थलों के विकास सहित राष्ट्रवाद के अन्य मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने पर भी मंथन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की उपलब्धियां बताई।

अनुशांगिक संगठनों के साथ समन्वय बढ़ाएं सरकार और भाजपा
बैठक में दत्तात्रेय होसबाले और अरुण कुमार ने दो टूक शब्दों में कहा कि भाजपा और सरकार संघ के अनुषांगिक संगठनों के साथ समन्वय और संपर्क बढ़ाएं। उनसे जमीनी फीडबैक प्राप्त कर व्यवस्था में सुधार करें। साथ ही उन संगठनों से जुड़ी शिकायतों और समस्याओं का समाधान भी करें। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने संघ की ओर से रखी गई समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया।

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