क्या रोज 10 हजार कदम की वॉक आपको डायबिटीज से बचा सकती है? एक्सपर्ट्स से जानें
डायबिटीज की बीमारी के मरीजों का आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है. खानपान की गलत आदतों की वजह से ये बीमारी पांव पसार ही है. शरीर में शुगर का लेवल बढ़ने से ये बीमारी होती है. डायबिटीज की वजह से शरीर के कई दूसरे अंगों पर भी असर होता है.
इससे हार्ट, किडनी और आंखों पर भी असर होता है. डायबिटीज से बचाव के लिए डॉक्टर अच्छा खानपान, 8 घंटे की नींद और एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं. कुछ रिसर्च में यह भी कहा गया है कि इस बीमारी को कंट्रोल में रखने के लिए पैदल चलना काफी फायदेमंद है. अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन की रिसर्च में दावा किया गया है कि रोज 10 हजार कदम वॉक करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहती है, लेकिन क्या सभी लोग ऐसा करने से इस बीमारी से बच सकते हैं? आइए इस बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.
दिल्ली में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. स्वप्निल जैन बताते हैं कि डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए पैदल चलना काफी फायदेमंद है, लेकिन सभी मरीजों में ऐसा नहीं है. जिन लोगों में जेनेटिक कारणों से डायबिटीज होती है उनमें ये बीमारी जन्म के बाद ही हो जाती है. इसको टाइप-1 डायबिटीज कहते हैं. इस बीमारी में इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ती है.
कुछ लोगों को उम्रभर इंसुलिन के सहारे रहना पड़ता है. खानपान में बदलाव करके और लाइफस्टाइल को सुधार कर डायबिटीज को कंट्रोल रखा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित कोई मरीज हर दिन 10 हजार कदम चलेगा तो उसको इंसुलिन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
टाइप-2 डायबिटीज वालों को फायदा
डॉ जैन बताते हैं कि जो लोग टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित हैं उनको वॉक करने से काफी फायदा मिलता है. अगर खानपान का ध्यान रखते हैं और रोज 10 हजार कदम पैदल चलते हैं तो डायबिटीज कंट्रोल में रहती है. ऐसे लोगों अगर खुद का सही तरीके से ध्यान रखें तो शुगर लेवल हमेशा कंट्रोल में ही रहता है. हालांकि ये जरूरी नहीं है कि आप पहले दिन से ही 10 हजार कदम चलना शुरू कर दें.
धीरे-धीरे वॉक करने की आदत बनाएं शुरू में दो से तीन हजार कदम चलकर शुरुआत कर सकते हैं. उसके बाद अपनी वॉक को बढ़ा सकते हैं. इस दौरान आपको ये भी ध्यान रखना है कि डाइट भी सही रहे. डॉक्टर की सलाह के हिसाब से डाइट प्लान कर सकते हैं.
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
बार-बार प्यास लगना
भूख के पैटर्न में बदलाव
अधिक थकान
बार-बार पेशाब आना