बिहार में जदयू को छोड़कर पूर्व विधायक ललन पासवान भाजपा में हुए शामिल
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष रहे और पूर्व विधायक ललन पासवान ने शुक्रवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। कुछ दिन पहले इन्होंने जदयू से त्यागपत्र दे दिया था।
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पासवान ने बिहार सरकार और जदयू पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि जदयू में नेताओं की नाराजगी काफी हद तक बढ़ गई है। बहुत जल्द बड़ी संख्या में नेता जदयू को छोड़कर अन्य दलों में शामिल होंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भाजपा में आए लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। बिहार में कर्पूरी ठाकुर को भी दो बार मुख्यमंत्री बनाने का काम जनसंघ और भाजपा ने किया है। लालू प्रसाद भी पहली बार भाजपा की मदद से ही मुख्यमंत्री बने थे। नीतीश कुमार की तो बात ही मत कीजिए। सुशील मोदी ने आंदोलन किया और फ़ायदा नीतीश कुमार को मिला।
सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा बराबर संघर्ष करती रही। 1995 में भी समता पार्टी ने 6 सीट जीत हासिल की और भाजपा 41 सीट यानी उनसे तीन गुना सीट जीत हासिल की थी। तब, भाजपा ने कंधे पर बैठाकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया।
भाजपा नेता ने कहा कि 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कमिटमेंट था सीएम बनाने का, इस कारण 43 सीट आने के बाद भी वही परंपरा निभाई गई और उन्हें सीएम बनाया गया।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि उनको (नीतीश कुमार) समय-समय पर प्रधानमंत्री बनने का कीड़ा काटता है। पिछली बार कीड़ा काटा था तो उनको दो सीट आई थी, इस बार तो खाता भी नहीं खुलेगा।