इजरायल ने नागरिकों से मिस्र-जॉर्डन छोड़ने को कहा, गाजा पहुंची राहत की पहली खेप
पिछले 15 दिनों से इजरायल और फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास के बीच जारी जंग में फंसे गाजा के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने की शर्तों को साफ करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सभी पक्षों के साथ काम कर रहा है.
शुक्रवार को हमास ने दो अमेरिकी बंधकों- एक मां और बेटी को रिहा कर दिया. वहीं इजरायल के रक्षा मंत्रालय और इजरायल की सेना ने लेबनान सीमा के पास उत्तरी शहर किर्यत शमोना से नागरिकों को हटने के लिए कहा है. यह आदेश इस आशंका के बीच आया है कि इजरायल-हमास की जंग एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकती है.
ईरान समर्थित समूह हिजबुल्ला के गढ़ उत्तरी इजरायल और दक्षिणी लेबनान के बीच हाल के दिनों में गोलाबारी तेज हो गई है. अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी और सऊदी अरब ने अपने-अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने को कहा है. गाजा में आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि इजरायल अपने हवाई हमले और तेज कर रहा है. उसने इजरायल पर गाजा पट्टी के उत्तर, मध्य और दक्षिण में कई बसे हुए नागरिकों के घरों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली सेना ने पिछले 24 घंटों में 350 से अधिक नागरिकों को मार डाला है, जिससे पट्टी में मरने वालों की कुल संख्या 4,137 हो गई है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बड़ी संख्या में पीड़ित अभी भी नष्ट हुई इमारतों के मलबे के नीचे हैं. जिनमें संभावित 720 बच्चे भी शामिल हैं, जिनके लापता होने की सूचना मिली है. कई लोगों को डर है कि गाजा पट्टी पर इजरायल के जमीनी हमले से पहले से ही वहां गंभीर मानवीय संकट और भी बदतर हो सकता है.