प्याज की बढ़ती कीमत को लेकर एक्शन में मोदी सरकार, अब कर लिया ये इंतजाम

त्योहारों के सीजन में प्याज की बढ़ती कीमत (Onion Price Hike) आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है. दिवाली से ठीक पहले प्याज के दाम 57 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए हैं. पीटीआई की खबर के मुताबिक, खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 47 रुपये (Onion Retail Price) प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है. ऐसे में इसकी कीमतों को कंट्रोल करने के लिए केंद्र सरकार ने भी कमर कस ली है.

‘बफर स्टॉक’ बेचेगी सरकार
प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए मोदी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए ग्राहकों को 25 रुपये किलो की दर से प्याज के बफर स्टॉक की बिक्री को बढ़ाने का आदेश दिया है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले साल खुदरा बाजार में इस वक्त प्याज की कीमत 30 रुपये प्रति किलो के दर से बिक रहा है. वहीं इस समय रिटेल बाजार में प्याज की कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है.

मार्केट में ‘बफर स्टॉक’ की हो रही बिक्री
कंज्यूमर अफेयर्स सचिव रोहित कुमार सिंह ने पीटीआई ने बात करते हुए कहा कि बाजार में प्याज की कीमतों को कंट्रोल करने के लिए अगस्त 2023 से ही प्याज के बफर स्टॉक को बाजार में रिलीज किया जा रहा है. सरकार की कोशिश है कि मार्केट में प्याज की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे और कीमत कंट्रोल में रहे. अगस्त 2023 से अब तक केंद्र सरकार ने कुल 1.70 लाख टन प्याज के बफर स्टॉक को 22 राज्यों में बेचा गया है. ध्यान देने वाली बात ये है कि केंद्र सरकार प्याज के बफर स्टॉक (Onion Buffer Stock) को भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) के द्वारा बेटा जा रहा है.

क्यों महंगा हुआ प्याज?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्याज की कीमत बढ़ने के पीछे कई कारण हैं. इसके खरीफ फसल की बुआई में देरी एक मुख्य कारण है. फसल की बुआई में देरी से फसल की पैदावार में देरी हुई है. जिसका असर थोक और खुदरा प्याज की कीमत पर दिख रहा है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के डाटा के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र सरकार NAFED और NCCF में कुल 5 लाख टन प्याज के बफर स्टॉक की बिक्री बाजार में करने वाली है. इसके अलावा सरकार अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज की बिक्री की योजना बना रही है.

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