क्यों 6 मैच जीतने के बावजूद भारत सेमीफाइनल में नहीं पहुंचा? किसका दावा मजबूत
नई दिल्ली. वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया ने अबतक धमाकेदार प्रदर्शन किया है. भारत ही इकलौता देश है, जो इस विश्व कप में अबतक एक भी मैच नहीं हारा है. टीम इंडिया ने अबतक खेले अपने सभी 6 मैच जीते हैं और पॉइंट्स टेबल में भारत 12 अंकों के साथ पहले स्थान पर है.
हालांकि, लगातार 6 मैच जीतने के बावजूद रोहित शर्मा की टीम इंडिया की जगह सेमीफाइनल में पक्की नहीं हुई है. इसका कारण विश्व कप का फॉर्मेट है. इस बार टूर्नामेंट में कुल 10 टीमें हिस्सा ले रही हैं और हर टीम को लीग स्टेज में कुल 9 मुकाबले खेलने हैं. यानी दूसरी टीम से कम से कम एक बार भिड़ना है. इसी वजह से आधे से अधिक वर्ल्ड कप हो जाने के बाद भी सेमीफाइनल में कोई टीम नहीं पहुंची है. वर्ल्ड कप 2023 के पॉइंट्स टेबल की अगर बात करें तो इंग्लैंड 2 अंकों के साथ आखिरी स्थान पर है. इंग्लिश टीम ने अबतक खेले 6 में से 1 ही मैच में जीत दर्ज की है, उसे तीन मुकाबले और खेलने हैं. उसके पास भी धुंधली ही सही पर अभी भी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद है. सेमीफाइनल में पहुंचने का किस टीम का दावा फिलहाल मजबूत नजर आ रहा है? टॉप-4 टीमों के लिए कैसे समीकरण बन रहे हैं. आइए समझते हैं.
सेमीफाइनल के लिए क्या है मैजिक नंबर?
वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में सीधे पहुंचने के लिए किसी भी टीम को 14 अंक की दरकार है. यानी लीग स्टेज के 9 में से 7 मैच जीतने जरूरी है. ऐसा नहीं है कि 14 अंक हासिल करने वाली टीम ही सेमीफाइनल खेलेगी. 12 या उससे कम अंक वाली टीम भी नॉकआउट स्टेज में पहुंच सकती है लेकिन इसके लिए बाकी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा. भारत, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया पॉइंट्स टेबल में फिलहाल टॉप-4 में हैं और इन टीमों के सेमीफाइनल में पहुंचने की चाभी इनके पास ही है.
भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के समीकरण
भारत ने 6 मैच में 12 अंक हैं. टीम इंडिया को अगर सेमीफाइनल में पहुंचना है तो उसे अपने बाकी बचे 3 में से एक ही मैच जीतना जरूरी है. क्योंकि टॉप-4 से बाहरकोई भी टीम अब भारत के बराबर 14 अंक नहीं हासिल कर सकती है. भारत अपने बाकी बचे तीनों मैच हारकर भी सेमीफाइनल में पहुंच सकता है. बशर्ते अफगानिस्तान, जिसके 12 अंक तक पहुंचने की संभावना है, वो नेट रन रेट में टीम इंडिया से आगे न निकले.
दक्षिण अफ्रीका कैसे सेमीफाइनल में पहुंचेगा?
दक्षिण अफ्रीका पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर है. उसके 6 मैच में 5 जीत से 10 अंक हैं. द.अफ्रीका को आखिरी तीन मैच न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान और भारत से खेलने हैं. उसे सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए 3 में से दो मैच जीतने हैं. एक और जीत भी उसे नॉकआउट स्टेज में पहुंचा सकती है, बशर्ते अंक तालिका में 5वें-8वें स्थान पर मौजूद टीम बाकी बचे मैच हार जाए. अगर दक्षिण अफ्रीका अपने तीनों मैच हार जाता है तो वो सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर भी हो सकता है.
न्यूजीलैंड का क्या है सेमीफाइनल का समीकरण?
लगातार दो हार के कारण न्यूजीलैंड के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा है. कीवी टीम ने 6 में से 4 मैच जीते हैं और 8 अंकों के साथ पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर है लेकिन अगर कीवी टीम दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ अपने बाकी बचे तीन में से 2 मैच जीत लेती है तो वो नॉकआउट में पहुंच सकती है. अगर न्यूजीलैंड 3 में से 2 मैच हार जाता है, खासतौर पर पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ तो वो परेशानी में पड़ जाएंगे. पाकिस्तान-श्रीलंका में से किसी एक को भी हराकर वो अंतिम-4 में पहुंच जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार कमबैक किया
न्यूजीलैंड की तरह ऑस्ट्रेलिया को भी सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अपने तीन में से 2 मैच जीतने जरूरी हैं और शीर्ष चार टीमों के बाकी बचे मुकाबलों पर नजर डालें तो ऑस्ट्रेलिया को अब इस विश्व कप की सबसे कमजोर टीम से खेलना है. ऑस्ट्रेलिया के अगले तीन मैच इंग्लैंड, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हैं. अगर ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हरा दिया तो उसका विश्व कप का सफर खत्म हो जाएगा. अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन में से केवल 1 मैच जीतती है, तो फिर फैसला नेट रनरेट के आधार पर होगा क्योंकि 10 अंक उसे सेमीफाइनल में पहुंचाने के लिए नाकाफी साबित होंगे.
बाकी बची टीमों का क्या है सेमीफाइनल का समीकरण?
अफगानिस्तान, श्रीलंका, पाकिस्तान और यहां तक कि नीदरलैंड के पास अभी भी टॉप-4 में जगह बनाने का मौका है. अगर अफगानिस्तान अपने बाकी बचे तीनों मैच जीतता है तो उसके 12 अंक हो जाएंगे. यहां तक कि श्रीलंका और पाकिस्तान भी अगर अपने बाकी बचे 3 मैच जीत लेते हैं तो उनके भी 10 अंक हो जाएंगे और नीदरलैंड्स भी ऐसा कर सकता है. अगर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड यहां से केवल एक ही मैच जीतते हैं, पाकिस्तान और श्रीलंका अपने बाकी बचे तीनों मैच जीतते हैं, अफगानिस्तान अपने 3 में से दो मैच जीत जाता है और दक्षिण अफ्रीका अपने तीनों मुकाबले हार जाता है, तो 6 टीमों के एक बराबर 10 अंक हो जाएंगे. ऐसे में सेमीफाइनल का फैसला नेट रनरेट के आधार पर होगा. हालांकि, मौजूदा स्थिति में ऐसा होता मुश्किल दिख रहा.