धर्म व संस्कृति को बढ़ावा देने वाले प्रस्तावों पर लगी मुहर, लिए गए ये फैसले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को राम की नगरी में कैबिनेट बैठक कर इतिहास रच दिया। इस बैठक में धर्म व संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कई निर्णयों पर सहमति की मुहर लगी। बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट अयोध्या धाम आई है।
बैठक में उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि अयोध्या को विश्व मानचित्र पर नई पहचान मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और आज भी कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। बैठक में अयोध्याजी तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के गठन को मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा, मां पटेश्वरी देवीपाटन विकास परिषद और मुजफ्फरनगर में शुकतीर्थ विकास परिषद के गठन को भी मंजूरी दे दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या आज पूरे विश्व के आकर्षण का केंद्र बन गई है। नगर के माझा जमथरा गांव में 25 एकड़ भूमि पर भारतीय मंदिर वास्तुकला संग्रहालय की स्थापना के प्रस्ताव पर सहमति दे दी गई है। बैठक में अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप मे विस्तारित करके स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या में प्रतिवर्ष होने वाले मकर संक्रांति व बसंत पंचमी मेले, बुलंदशहर के अनूपशहर के कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेले ओर हाथरस के लक्खी मेला श्री दाऊजी महाराज के प्रांतीयकरण को मंजूरी दी गई है। इन मेलों की व्यवस्था में होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी।
बैठक में उत्तर प्रदेश अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के गठन का प्रस्ताव भी मंजूर कर लिया गया है।
प्रदेश कैबिनेट ने बनारस में देव दीपावली आयोजन का प्रांतीयकरण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।