इंजीनियरिंग के लिए बेजोड़ है यह संस्थान, 28 लाख से अधिक का मिलता है पैकेज
इंजीनियरिंग (engineering) की चाहत रखने वाले युवा 12वीं के बाद से ही JEE Main की तैयारी में लग जाते हैं. जो भी उम्मीदवार इस एंट्रेंस एग्जाम को पास कर पाते हैं और अच्छा स्कोर लाते हैं, तो उनका एडमिशन IIT, NIT में हो पाता है. इसके साथ ही उम्मीदवारों को चिंता रहती है कि किस IIT में एडमिशन लें, जहां प्लेसमेंट के जरिए अच्छी सैलरी वाली नौकरी (Job) मिल सके. ऐसे ही एक संस्थान के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां 28 लाख से अधिक का सालाना सैलरी पैकेज (Salary Package) मिलता है.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), पटना 6 अगस्त, 2008 को भारतीय संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित नए आईआईटी में से एक है. इन सभी वर्षों में संस्थान ने प्लेसमेंट आंकड़ों में अच्छी वृद्धि देखी है. बीटेक 2012-13 के प्लेसमेंट सीज़न में 83 ऑफर के साथ शुरुआत हुई थी, जो वर्ष 2020-21 शैक्षणिक सेशन में 239 ऑफर तक पहुंच गई है. वर्ष 2017-18 में बीटेक ऑफर की कुल संख्या 192 थी, जो वर्ष 2018-19 में बढ़कर 210 हो गई, लेकिन 2019-20 में घटकर 202 हो गई. हालांकि, यह संस्थान द्वारा पिछले पांच प्लेसमेंट बैचों में देखी गई एकमात्र गिरावट थी. ऑफरों की कुल संख्या वर्ष 2019-20 में 202 से बढ़कर 2020-21 में 239 हो गई और फिर 2021-22 में तेजी से बढ़कर 412 हो गई.
28 लाख से अधिक की सैलरी वाली मिलती है नौकरी
इसी तरह, औसत सैलरी भी 2017-18 में 11.12 लाख रुपये प्रति वर्ष से बढ़कर 2018-19 में 13.05 लाख रुपये प्रति वर्ष और फिर 2019-20 में 14.76 लाख रुपये प्रति वर्ष हो गया. जहां दुनिया भर के कई संस्थानों में ऑफर की संख्या और औसत वेतन में गिरावट देखी गई, वहीं आईआईटी पटना में ऐसा नहीं देखा गया. वर्ष 2020-21 में औसत सैलरी बढ़कर 17.13 लाख रुपये प्रति वर्ष हो गया और यहां तक कि सभी उद्योगों में कोविड-19 मंदी के बावजूद वर्ष 2021-22 में प्रति वर्ष 28.86 लाख रुपये की बड़ी वृद्धि देखी गई.
प्लेसमेंट के लिए आती हैं टॉप कंपनियां
पिछले कुछ वर्षों में प्लेसमेंट के लिए कैंपस में आने वाली कंपनियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. यह संख्या वर्ष 2017-18 में 88 से बढ़कर 2018-19 में 95, 2019-20 में 1-6, 2020-21 में 125 और फिर 2021-22 में बढ़कर 154 हो गई. वर्ष 2022 में 154 कंपनियों ने भाग लिया था, जिसमें एक्सेंचर जापान, अदानी पावर, अमेज़ॅन बर्लिन, अमेज़ॅन इंडिया, अमेज़ॅन लक्ज़मबर्ग, डेलॉइट, डार्विनबॉक्स, फ्लिपकार्ट, एफआईआईटी-जेईई, बजाज ऑटो, ब्लूमबर्ग पुणे जैसे कुछ बड़े नाम शामिल थे। बॉश, बीपीसीएल, कैपजेमिनी, कॉग्निजेंट, एचसीएल, गेम्सक्राफ्ट, गोल्डमैन सैक, गूगल (लंदन और म्यूनिख से भी), एचडीएफसी, हाउसिंग.कॉम, आईसीआईसीआई बैंक, इनडीड, इंफ्रामार्ट, इंटेल, इक्सिगो, ओरेकल, पेटीएम, ओयोरूम्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा , मर्सिडीज बेंज, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च, मॉर्गन स्टेनली, आरबीएल बैंक, क्वालकॉम, सैमसंग (बेंगलुरु और नोएडा से), स्प्रिंकलर, स्टार यूनियन दाई-इची लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, सिनोप्सिस, टाटा एडवांस, टाटा डिजिटल, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, टीवीएस डिजिटल , उड़ान, उबर, अनएकेडमी, अर्बन कंपनी, वायाकॉम, विप्रो, ज़ोमैटो, जेडएस एसोसिएट, इंफोसिस शामिल थे.