चीन में H9N2 वायरस से मचा कोहराम, जानिए इसके लक्षण और जरूरी बातें…
कोरोना के बाद अब चीन एक नई परेशानी से जूझ रहा है. चीन में इस समय रहस्यमयी वायरस फैला हुआ है, जिससे पूरी दुनिया दहशत में है. हालांकि इसे निमोनिया बताया जा रहा है. निमोनिया के मामले फ्लू और इंफ्लूएंजा H9N2 की वजह से फैल रहे हैं. H9N2 एक तरह का वायरस है. ये तेजी से बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है. भारत इसपर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस बीमारी को लेकर चिंता व्यक्त की है साख ही सतर्क रहने की सलाह दी है.
क्या है H9N2
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो H9N2 एक वायरस है, जो जानवरो से इंसानो मे फैलता है और फिर इसका ट्रांसमिशन इंसानो में होता है. H9N2 वायरस जंगली पक्षियों में पाया जाता है. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि इंसानों में इसके ट्रांसमिशन की दर कम है, लेकिन ये कमजोर इम्यूनिटी को अपनी चपेट में तेजी से लेता है. चौंकाने वाली बात ये है कि इस बीमारी के सिम्टम्स बिल्कुल फ्लू की तरह ही हैं. साथ ही साथ कुछ केसेस में सांस से संबंधित परेशानियां हो सकती है. H9N2 से सामान्य तौर पर मरीज को एक हप्ते में राहत हो जाती है. H9N2 वायरस पहली बार 1966 में अमेरिका में सामने आया था. तब ये वायरस जंगली टर्की पक्षी के झुंड में पाया गया था. 1988 में इंसानी संक्रमण का पहला केस आया था. इसके बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश समते कई देशों में इस वायरस के केस आए थे. ये वायरस पॉल्ट्री फार्म में सबसे ज्यादा फैलता है. यह पक्षियों के साथ इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है.
क्या हैं लक्षण-
डॉक्टर्स की मानें तो ये पक्षियों से इंसानों में आता है. इसमें आम फ्लू जैसे ही लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे खांसी, जुकाम और बुखार. साथ ही साथ ये कुछ मामलो में लंग्स को भी नुकसान पहुंचाता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है. ऐसे में हो सकता है कि चीन में निमोनिया के मामले बढ़ने का कारण एच9एन2 वायरस हो, हालांकि अभी इस बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. चीन की तरफ से कहा गया है कि वहां फैल रही बीमारी में कुछ भी असामान्य नहीं है. उन्होंने इसे नॉर्मल डिसिस करार दिया है. हालांकि WHO ने इसे लेकर चिंता जताई है.
कैसे बचें-
H9N2 से बचने के लिए हमें कुछ चीजों का पालन करना चाहिए जैसे- – सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें – बाहर निकलने पर मास्क पहनें -साफ-सफाई का विषेश ध्यान रखें -सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें