कहीं सिर्फ 16 वोटों से हार तो कहीं 1.07 लाख से मिली जीत, जानिए क्या रहे चार राज्यों में हाल

हर वोट में ताकत है। महज 16 वोट और मिल जाते तो छत्तीसगढ़ के कांकेर में कांग्रेस के शंकर ध्रुवा को जीत हासिल हो जाती। हार का यह अंतर चारों राज्यों की विधानसभा सीटों में सबसे करीबी रहा। वहीं इंदौर-2 सीट पर भाजपा के रमेश मेंदोला को 1.07 लाख वोटों के अंतर से मिली जीत चारों राज्यों की कुल 638 सीटों में सबसे बड़ी रही। जानिए राज्यों की सबसे बड़ी और सबसे करीबी हार जीत के बारे में –

छत्तीसगढ़

सबसे बड़ी जीत: रायपुर सिटी दक्षिण में भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के डॉ. महंत रामसुंदर दास को 67,719 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें 1,09,263 वोट मिले।सबसे करीबी जीत: कांकेर सीट पर भाजपा के आशा राम नेताम ने कांग्रेस के शंकर ध्रुवा को महज 16 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें 67,980 वोट मिले।

मध्यप्रदेश

इंदौर-2 सीट पर भाजपा के रमेश मेंदोला ने कांग्रेस के चिंटू चौकसे को 1,07,047 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें कुल 1,69,071 वोट मिले।
शाजापुर में भाजपा के अरुण भीमावद ने कांग्रेस के हुकुम सिंह कराड़ा को महज 28 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें कुल 98,960 वोट मिले थे।

राजस्थान

विद्याधर नगर सीट पर दीया कुमारी ने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को 71,368 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें 1,58,516 वोट मिले।
कोटपूतली सीट पर भाजपा के हंसराज पटेल ने कांग्रेस के राजेंद्र सिंह यादव को 321 वोटों से हराया, उन्हें 67,716 वोट मिले।

तेलंगाना

कुतुबुल्लापुर सीट पर बीआरएस केपी विवेकानंद ने भाजपा के कुना श्रीशैलम गौड़ को 85,576 वोटों के अंतर से हराया, उन्हें 1,87,999 वोट मिले।
चेवेल्ला सीट पर बीआरएस के यादैया काले ने कांग्रेस के बीम भारत पामेना को महज 268 वोट से हराया, उन्हें 76,218 वोट मिले।

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