आयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए रेलवे चलाएगी 1000 से ज्यादा ट्रेनें, सरयू में चलेगा यॉट
नवनिर्मित राम मंदिर उद्घाटन के पहले 100 दिनों के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए भारतीय रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों से अयोध्या के लिए 1,000 से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना की घोषणा की है।
इन ट्रेनों का संचालन भव्य उद्घाटन समारोह से कुछ दिन पहले 19 जनवरी से शुरू होने वाला है, इससे तीर्थयात्रियों को पवित्र शहर तक पहुंचने में मदद मिलेगी। 23 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, इसके बाद मंदिर को आम लोगों के दर्शन के लिए खोला जाएगा। इस दौरान श्रद्धालुओं के यात्रा की सुविधा को देखते हुए अयोध्या को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर, पुणे, कोलकाता, नागपुर, लखनऊ और जम्मू सहित विभिन्न क्षेत्रों और शहरों से जोड़ा जाएगा।
रेलवे से जुड़े एक सूत्र ने खुलासा किया कि मांग के आधार पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है, जबकि अयोध्या स्टेशन पर आगंतुकों को कोई असुविधा नहीं हो इसके लिए स्टेशन का नवीनीकरण किया गया है। रोजाना 50,000 लोगों के आने की क्षमता वाले इस नए स्टेशन का निर्माण 15 जनवरी तक पूरा होने की उम्मीद है।
इसके अतिरिक्त, तीर्थयात्रियों के समूहों के लिए कुछ ट्रेनों को चार्टर्ड सेवाओं के रूप में आरक्षित किया गया है। इस बीच, भारतीय रेलवे खानपान व पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) इस अवधि के दौरान बड़ी संख्या में अयोध्या आने वाले तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए चौबीसों घंटे खानपान सेवाएं प्रदान करने की तैयारी कर रहा है। मांग को पूरा करने के लिए कई खाद्य स्टाल स्थापित किए जाएंगे।
भगवान राम की जन्मभूमि की यात्रा करने के अलावा, तीर्थयात्रियों को अब पवित्र सरयू नदी पर इलेक्ट्रिक कैटामारन (यॉट) पर सवारी का आनंद लेने का अवसर भी मिलेगा। 100 लोगों को समायोजित करने की क्षमता वाला कैटामारन (यॉट), अयोध्या में आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करने वाले भक्तों के लिए एक अतिरिक्त आकर्षण के रूप में काम करेगा।