मुझे दैवीय शक्ति का आशीर्वाद. पीएम मोदी ने बताया सीटों की गिनती से ज्यादा उनके लिए क्या है अहम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि उनके पिछले पांच दशक जनता के लिए समर्पित रहे हैं. ये जनता ईश्वर का रूप है और इसका पुजारी हूं. वह जहां भी जहां भी जाते हैं लोग उन्हें न सिर्फ प्रधानमंत्री के रूप में देखते हैं बल्कि अपना बेटा और भाई मानते हैं. उनके साथ जनता-जनार्दन का आशीर्वाद रहा है. इसके अलावा आशीर्वाद दैवीय शक्ति का है, जो उन्हें चलायमान रखे हुए है. पीएम मोदी ने ये बातें एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कही हैं. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव पर भी बात की है. साथ ही साथ विपक्षी इंडिया गठबंधन पर हमला बोला है.
पीएम मोदी का कहना है कि उन्हें दैवीय शक्ति लगातार देश सेवा के लिए प्रेरित करती रही है. उनके पास अपने स्वयं के जीवन के अलावा दैवीय शक्ति का कोई प्रमाण नहीं है. पीएम मोदी ने जनता और दैवीय शक्ति के बिना सब कुछ असंभव बताया है.
इंडिया गठबंधन बुरी तरह हुआ फेल- पीएम
पीएम मोदी ने बीते पांच राज्यों के चुनावों पर बात करते हुए कहा कि ये चुनाव इंडिया गठबंधन बनने के बाद हुए हैं. ऐसे में इंडिया गठबंधन के लिए ये पहला टेस्ट था, जिसमें जनता ने उन्हें बुरी तरह से फेल कर दिया है. उसने अस्थिरता और स्वार्थ की राजनीति को नकारा है. इस चुनाव में जनता के मूड की झलक दिखाई दी है. इस चुनाव में कुछ लोगों के फैलाए गए एक और झूठ को खारिज किया गया है.
उन्होंने कहा कि राजनीति का एक वर्ग कहता था कि राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के सामने कोई चुनौती नहीं है, राज्यों में पार्टी को उतना समर्थन नहीं मिल रहा है. परिणाम आने के बाद वह मिथक टूट गया है. तेलंगाना में भी बीजेपी का वोट फीसद बढ़ा है, ऐसे में दिखाई दे रहा है कि 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी ऐतिहासिक जीत हासिल करने जा रही है.
सीटों की गिनती से ज्यादा दिलों को जीतना प्राथमिकता- PM
आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 400 सीटें मिलने की बात पार्टी के कार्यकर्ता करते हैं. इसको लेकर पीएम मोदी का कहना है कि उनके लिए सीटों की गिनती मायने नहीं रखती हैं. उन्होंने कहा कि सीटों की गिनती से ज्यादा जनता के दिलों को जीतना हमेशा प्राथमिकता में रहा है. इसके लिए वो मेहनत करते हैं और जनता उनकी झोली भर देती है. जहां तक टारगेट की बात है तो वह ही नहीं बल्कि पूरा देश 2047 तक भारत को विकसित करने पर काम कर रहा है. 18 से 28 साल के युवाओं का ये सबसे महत्वपूर्ण कालखंड है. वे अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समय में समृद्ध भारत के वाहक बने हैं.
पीएम मोदी का कहना है कि 2014 से पहले की राजनीतिक अस्थिरता ने देश का बड़ा नुकसान किया है. आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर टिकी हुई है और नई उम्मीदें लगाए हुए है. ऐसे में काई भी नागरिक देश को अस्थिरता में नहीं झोंकना चाहता है. गांव के लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान देश में अस्थिर सरकार होती तो क्या होता? ऐसे में सामान्य व्यक्ति भी मजबूत सरकार के पक्ष में है.