अंडमान में पांच महीने में 150 करोड़ की 252 KG मेथामफेटामाइन जब्त, 69 गिरफ्तार; DGP ने कही यह बात
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस ने पिछले पांच महीनों में 150 करोड़ रुपये मूल्य के 252 किलोग्राम मेथामफेटामाइन जब्त किए हैं। इसके साथ ही 69 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस अवधि के दौरान लगभग 10 करोड़ रुपये मूल्य की एक किलोग्राम कोकीन, मारिजुआना (49 किलोग्राम), भांग के पौधे (तीन किलोग्राम), कफ सिरप की 497 बोतलें और एंटी-एंग्जाइटी टैबलेट अल्प्राजोलम की 583 गोलियां जब्त कीं। जिनकी कीमत लगभग 50 हजार रुपये है।
नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति: डीजीपी
द्वीप समूह के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, पुलिस द्वीप को नशा मुक्त बनाने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रही है। हमने केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देशों के अनुसार नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। परिणाम उत्साहजनक हैं। उन्होंने आगे कहा, हम नशीले पदार्थों को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। हम किसी नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले किसी भी शख्स को नहीं बख्शेंगे। यहां के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए कोई कसर न छोड़ने के लिए जमीनी स्तर पर मेरे अधिकारियों और कर्मियों को पूरा श्रेय जाता है। हमें पूरा जन समर्थन मिल रहा है।
पांच माह में बरामद किया गया 250 किलोग्राम मेथामफेटाइन
श्रीवास्तव में जून में डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाला था। इसके बाद उन्होंने द्वीप में नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने के लिए एसपी (सीआईडी) राजीव रंजन के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स का गठन किया। जून से नवंबर तक पांच महीने की अवधि में 250 किलोग्राम से अधिक मेथामफेटामाइन की जब्ती की गई।
सितंबर में सामने आया मेथामफेटामाइन का पहला मामला
मेथामफेटामाइन की जब्ती पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि समुद्र में मेथामफेटामाइन की बरामदगी का पहला मामला 19 सितंबर, 2019 को सामने आया। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने सूचित किया गया था कि निकोबार द्वीप समूह में एक संदिग्ध जहाज का पता चला है, जो म्यांमार से मलेशिया जा रहा है। जब आईसीजी ने नौका को रोका तो चालक दल के सदस्यों ने कुछ बोरियों को समुद्र में फेंक दिया, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ था।
‘नतीजतन एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज दो मामलों में 1,524 किलोग्राम मेथामफेटामाइन जब्त किया गया, जिसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, कोलकाता जोन में स्थानांतरित कर दिया गया। तब से अंडमान और निकोबार पुलिस ने द्वीपों के विभिन्न हिस्सों के समुद्री तटों से बड़ी मात्रा में लावारिस मेथामफेटामाइन भी जब्त की है। उन्होंने कहा कि ऐसा संदेह है कि पूरी खेप को जब्त नहीं किया जा सका और इसमें से कुछ का गहरे समुद्र में पता नहीं चल सका। कुछ स्थानीय असामाजिक तत्वों ने इस प्रतिबंधित पदार्थ को पकड़ लिया जो समुद्र के किनारों की ओर बह गया। यह अभी भी द्वीपों में प्रसारित किया जा रहा है।’