कोविड के नए वैरिएंट के बाद बांकेबिहारी मंदिर के लिए नई गाइडलाइन जारी, ये लोग न आएं
बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने शुक्रवार को कोविड के नए वैरियंट जेएन-1 के देशभर में बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां आने वाले श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। मंदिर प्रबंधन ने 23 दिसंबर से 5 जनवरी तक लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है। इस बीच कोविड संक्रमण से बचाव के लिए मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी कर कहा है कि श्रद्धालु मास्क लगाकर ही मंदिर आएं। खांसी, जुकाम, बुखार, अस्थमा, एलर्जी आदि से पीड़ित व्यक्ति भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, छोटे बच्चे और बीमार व्यक्तियों को साथ न लेकर आएं। मंदिर परिसर में दर्शन करने के बाद ज्यादा समय तक न रुकें। यदि किसी श्रद्धालु में कोविड के लक्षण प्रतीत होते हैं तो वह तुरंत अपनी जांच कराए और भीड़ में जाने से बचें।
मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से पुलिस प्रशासन द्वारा तय रूट से ही मंदिर आने-जाने को कहा है। मंदिर के प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने बताया कि शनिवार से लेकर पांच जनवरी तक श्रद्धालुओं की अपार भीड़ होने की संभावना है। कोविड महामारी के बढ़ते संक्रमण और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने भी गाइडलाइन जारी की है। भक्तों से मास्क लगाने और एक दूसरे से दूरी बनाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग पर डाली नियमों के पालन की जिम्मेदारी
बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है, लेकिन लाखों की भीड़ के बीच इस गाइडलाइन का कैसे पालन होगा, इसे लेकर कोई योजना न तो मंदिर प्रबंधन द्वारा तैयार की गई है और न ही अन्य विभागों ने अभी प्लान तैयार किया है।एडवाइजरी के पालन कराने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग पर डाली है। मुनीश कुमार शर्मा ने कहा कि बांकेबिहारी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी का पालन कराना स्वास्थ विभाग और प्रशासन की जिम्मेदारी है।