भारतीय मूल की सिख महिला और उसके बेटे को जेल, अदालत ने चोरी की साजिश रचने के लिए ठहराया दोषी
दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में भारतीय मूल की एक मां और उसके बेटे को जेल की सजा सुनाई गई है। दरअसल, यहां के सिख समुदाय ने एक शादी के भुगतान के लिए भारी मात्रा में पैसे इकट्ठा किए थे। लेकिन इन पैसों की चोरी हो गई थी।दोनों पर इन पैसों की चोरी की साजिश रचने का आरोप लगा था।
मां को 15 महीने तो बेटे को 30 महीने की सजा
महिला कलवंत कौर (41 वर्षीय) और उनके बेटे जंग सिंह लंकनपाल (22 वर्षीय) हैंपशीर के साउथेंप्टन में रहते हैं। उन पर चोरी की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। इस आरोप को दोनों ने अक्तूबर में स्वीकार भी कर लिया था। दोनों मां और बेटे शुक्रवार को साउथेंप्टन क्राउन कोर्ट में पेश हुए। कलवंत कौर को 15 महीने और लंकनपाल को 30 महीने की जेल की सजा सुनाई गई।
मामले पर पुलिस ने क्या कहा
हैंपशीर कांस्टेबुलरी की वेस्टर्न एरिया क्राइम टीम के डिटेक्टिव कांस्टेबल जेस स्विफ्ट ने बताया कि उन्होंने अपने परिचित लोगों से ही इतनी बड़ी रकम (करीब 8,000 पाउंड) चुराने का फैसला किया था। उन्होंने कहा, कलवंत कौर ने खुद को इस अपराध के गवाह के रूप में पेश करने की कोशिश की। लेकिन यह बहुत जल्दी साबित हो गया कि उसने इस चोरी को अंजाम देने में मदद की। हमने इसकी व्यापक जांच की। जिससे इन दोनों को अपराध के लिए दोषी ठहराया गया। अब वे जेल की सजा काटेंगे। मुझे उम्मीद है कि इससे स्थानीय समुदाय को भरोसा मिलेगा कि जो कुछ हुआ है उसके लिए उन्हें कुछ न्याय मिला है।
बंदूकधारी ने धमकाकर लूटे पैसे
चोरी की वारदात 15 सिंतबर को साउथेंप्टन के क्लोवेल्ली रोड पर हुई थी। अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि स्थानीय सिख समुदाय की महिलाओं के एक समूह समुदाय के भीतर एक शादी के भुगतान के लिए पैसा इकट्ठा किया था। लेकिन एक बंदूकधारी व्यक्ति ने लोगों को धमकाकर उनसे इन पैसों की मांग की। पैसे को घटनास्थल से दूर ले जाने के लिए एक वाहन का इस्तेमाल किया गया। इस चोरी में मदद करने वाली कलवंत कौर निकली।