राम मंदिर में लगेगा 600 किलो का घंटा, क्यों है ये घंटा इतना नायाब? जानें इसकी खासियत
अयोध्या में राम मंदिर में लगाने के लिए बना यह सबसे बड़ा घंटा अस्टधातु से निर्मित है। बताया जा रहा है कि एक फैक्ट्री में 400 कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत करके इस विशाल घंटे को बनाया है। अब इस घंटे को जल्द ही मंदिर के अंदर लगाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के जलेसर में बनाया गया ये घंटा बेहद नायाब और खास है। इस घंटे को जलेसर के एक परिवार ने राम मंदिर में अर्पित करने के लिए बनवाया है। जिस फैक्ट्री में इस घंटे का निर्माण हुआ है वहां के मालिक बताते हैं कि ये घंटा इसलिए भी खास है क्योंकि एक पीस में बना अब तक मंदिरों में लगने वाला ये सबसे बड़ा घंटा है।
उन्होंने बताया, “ज्यादातर जो बड़े-बड़े घंटे होते हैं उनको दो टुकड़ों में ढाल कर फिर जोड़ कर बनाया जाता है। लेकिन इस घंटे में कोई जोड़ नहीं है ये एक ही पीस में ढाला गया है।” उनका कहना है कि जलेसर की मिट्टी बेहद खास है इसलिए यहां घंटों का निर्माण किया जाता है। उन्होंने कहा, “घंटों के अंदर से जो ॐ की आवाज बजाने पर आती है वो जलेसर की मिट्टी की वजह से ही आती है।”
इस घंटे की परिधि (circumference) बाहर से 15 फीट और अंदर से 5 फीट है। इसकी ऊंचाई 8 फीट है और इसे बनाने में करीब 25 लाख रुपए लगे हैं। उत्तर प्रदेश का जलेसर घाटियों और घंटों के निर्माण के लिए देशभर में मशहूर है। यहां बने घंटों को देश के कोने-कोने में स्थित मंदिरों में लगाया जाता है।