अब संगीत की धुनें पूरी तरह स्वदेशी; विजय चौक के बीटिंग रिट्रीट पर रक्षा मंत्रालय ने कही यह बात
भारत के गणतंत्र बनने का जश्न इस बार 75वें साल भी धूमधाम से मनाया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुख्य राजकीय समारोह के दौरान बजने वाला संगीत इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह के समापन का मुख्य आकर्षण होगा। रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि बीटिंग रिट्रीट समारोह 26 जनवरी की परेड से तीन दिन बाद होता है। सरकार के मुताबिक इस साल के बीटिंग रिट्रीट समारोह में संगीत की धुनें रोमांचिक करेंगी। खास बात ये कि सभी धुनें स्वदेशी ही होंगी। यानी भारत में कंपोज म्यूजिक और सैनिकों की देशभक्ति का रंग सिर चढ़कर बोलेगा।
75वें गणतंत्र दिवस समारोह में भारतीय संगीत की धुनें
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर भव्य परेड और झांकियों का प्रदर्शन होगा। सरकार के मुताबिक 29 जनवरी की शाम बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह समाप्त होता है। सरकार ने कहा कि इस साल 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के समापन समारोह- बीटिंग रिट्रट में शामिल होने वाले तमाम सुरक्षाबल भारत में कंपोज की गई म्यूजिक की धुनें बजाएंगे।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत कई गणमान्य मेहमान होंगे शामिल
सरकार ने कहा कि राष्ट्रपति भवन के पास रायसीना हिल पर इस समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अन्य गणमान्य मेहमान भी मौजूद रहेंगे। 29 जनवरी की शाम विजय चौक पर आयोजित ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह में संगीत की सभी धुनें भारतीय ही होंगी। भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड में शामिल जवान संगीत की धुनों के साथ देशभक्ति का ज्वार पैदा करेंगे। बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने इससे पहले कर्तव्य पथ पर परेड के लिए चुनी गई झांकियों को लेकर भी बयान दिया था।