बस्ती में आ रही अवध की रिंग रोड,13 गांवों से होकर गुजरेगी
अयोध्या की रिंग रोड बस्ती भी पहुंचेगी। जिले के सीमावर्ती 13 गांवों से होकर यह सड़क गुजरेगी। इस सड़क के चलते जिले से बगल का जनपद गाेंडा, आंबेडकरनगर और अयोध्या सीधे जुड़ेगा। आवागमन की चहल- पहल बढ़ जाएगी। रिंग रोड के जरिये पर्यटक बस्ती के पौराणिक स्थलों पर सहजता से पहुंचेंगे।
अयोध्या तीर्थ क्षेत्र के चारों तरफ प्रस्तावित रिंग रोड बस्ती सीमा में 13 गांवों से होकर गुजरेगा। निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई को मिली है। रिंग रोड के लिए बस्ती, अयोध्या व गोंडा में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया 22 जुलाई 2022 से शुरू हो चुकी है। बस्ती में इस सड़क के लिए कुल 618 किसानों से 41 हेक्टेयर जमीन 30 करोड़ की लागत से क्रय की जानी है। प्रशासन की पहल पर 484 किसानों से 25 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन का रजिस्ट्री कराया जा चुका है।
बैनामशुदा जमीन एनएचएआइ के पक्ष में दर्ज हो चुकी है। शेष 134 किसानों से भूमि क्रय करने का मामला प्रक्रियाधीन है। रिंग रोड बनने से जनपद में विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे। अयोध्या तीर्थ क्षेत्र का प्रस्तावित 80 किमी लंबाई वाला यह रिंग रोड अयोध्या, बस्ती और गोंडा समेत तीन जिलों से होकर गुजरेगा। इससे सीमावर्ती गांवों का आवागमन सुलभ होगा।
इसके अलावा अयोध्या में विभिन्न पर्वों पर रास्ता सील करने के दौरान हाईवे की यातायात व्यवस्था बाधित नहीं होगी। ऐसी परिस्थितियों में लोग अपने वाहनों के साथ रिंग रोड के जरिये अयोध्या से बाहर हो जाएंगे। अभी तक हाईवे पर चलने वाले वाहनों को विभिन्न पर्वों पर अयोध्या में रास्ता खुलने का इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा होटल, इंडस्ट्री जैसी व्यवसायिक गतिविधियां भी बढ़ जाएंगी।
इन गांवों से होकर गुजरेगा रिंगरोड
जिले के हर्रैया तहसील क्षेत्र के रमहटिया, मझौवा दूबे, एकमा हरदिया, पड़रिया, घिरौली पांडेय, रैदासपुर, बड़ागांव, चौरा, मलौली दुबे, पिकौरा चौबे, एलिया जुग्गाराम, एकमा हिरमिया व रायपुर गांव से होकर रिंग रोड का निर्माण होना प्रस्तावित है।
बस्ती के हिस्से में होगा दो रिंग रोड
अयोध्या तीर्थ क्षेत्र में बनने वाले 81 किमी रिंग रोड समेत बस्ती के हिस्से में दो रिंग रोड होगा। बस्ती शहर के चारों तरफ 42 किमी लंबाई में रिंग रोड की स्वीकृति हो चुकी है। जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है। जबकि जिले के पश्चिमांचल हिस्से में अयोध्या रिंग रोड के लिए भी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी होने वाली है।