पोंगल के खास मौके पर जरूर बनाएं ‘वेन पोंगल’, जानें इसे बनाने की आसान विधि
मकर संक्रांति के साथ ही दक्षिण भारत के खास त्योहार पोंगल की भी शुरुआत हो चुकी है। ये त्योहार दक्षिण भारत में पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। ये खास त्योहार चार दिन चलता है। इसके पहले दिन को ‘भोगी पोंगल’ कहते हैं, दूसरे दिन को ‘सूर्य पोंगल’, तीसरे दिन को ‘मट्टू पोंगल’ और चौथे दिन को ‘कन्नम पोंगल’ कहते हैं।
अगर मान्यताओं की मानें तो दक्षिण भारत में फसल काटने के बाद लोग धूप, सूर्य, इन्द्रदेव और पशुओं की पूजा करने के लिए ये त्योहार मनाते हैं। इन चारों दिनों की अलग-अलग अहमियत है। लोग पोंगल के त्योहार पर खूब सजते-संवरते हैं। इसके साथ ही इन दिनों में पारंपरिक पकवान बनाने की भी प्रथा है। अगर आप भी कुछ पारंपरिक पकवान बनाने का सोच रही हैं, तो वेन पोंगल एक बेहतर विकल्प है। इसे बनाना भी बेहद आसान है तो आइए आपको आसान तरह से वेन पोंगल बनाने का तरीका बताते हैं।
वेन पोंगल बनाने के लिए सामान
- 1 चावल
- 1/4 कप मूंग दाल
- 4 कप पानी
- 1/2 कप घी
- 1/2 छोटी चम्मच जीरा
- 1/2 चम्मच सरसों के दाने
- 2-3 हरी मिर्च
- 1 छोटी चम्मच अदरक
- 2-3 हरी पत्तियां
- 1/2 छोटी चम्मच हींग
- नमक
विधि
वेन पोंगल बनाने के लिए सबसे पहले चावल और मूंग दाल को अच्छे से धोकर साफ करें। इसके बाद इन्हें 4 कप पानी में डालकर 20-30 मिनट के लिए भिगोकर रखें। इसके बाद भिगोए हुए चावल और मूंग दाल को एक साथ मिला लें। अब एक पैन में घी गरम करें। गरम घी में जीरा और सरसों के दाने डालकर तड़का लगाएं।
जब जीरा और सरसों के दाने सुनहरे हो जाएं, तो उनमें हरी मिर्च, अदरक, हरी पत्तियां, और हींग डालें। जब सभी चीजें अच्छे से भुन जाएं तो भिगोए हुए चावल और मूंग दाल को तड़के में मिला दें। इसके बाद उन्हें धीरे-धीरे मिलाते हुए इसमें नमक डालें। नमक डालने के बाद इसमें पानी डालकर पकने दें। बस कुछ देर बाद आपका वेन पोंगल तैयार है। इसे गरमागरम ही परोसें। चाहें तो आप इसके साथ नारियल की चटनी और सांभर भी परोस सकती हैं।