कांग्रेस बोली सपा ने नहीं निभाया गठबंधन धर्म, सपा ने कहा-मप्र चुनाव से लिया सबक
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा है कि सपा ने प्रदेश में लोकसभा उम्मीदवार उतारकर गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया है। फिर भी हम सभी बातों पर चर्चा करने और सकारात्मक मान्यता के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। मुझे यकीन है कि ये चीजें ठीक होंगी।
लखनऊ में एक चैनल से बातचीत में उन्होंने माना कि सपा ने 16 उम्मीदवार उतार कर अच्छा संदेश नहीं दिया है। भाजपा को पराजित करने के लिए सभी दलों को एक होना चाहिए। चाहे वह सीटों के संबंध में हो या किसी रणनीति के संबंध में। अविनाश पांडेय ने कहा कि अगर कोई राष्ट्रीय पार्टी उनके साथ समझौता कर रही है, तो हमारी अपनी भी एक पहचान है। कोई भी एकतरफा फैसला नहीं होता है, गठबंधन में शामिल सभी लोग एक साथ आते हैं और सर्वसम्मति से उस बात की घोषणा करते हैं। आज भी हमारे मन में सपा के प्रति पूरा सम्मान है और बहुत सकारात्मक चर्चा चल रही है।
शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कौन कहां से लड़ेगा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री की ओर से सोनिया गांधी के वहां से चुनाव लड़ने के मामले में कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेताओं का कहना है कि रायबरेली में कौन लड़ेगा, यह शीर्ष नेतृत्व तय करेगा। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि प्रदेश के नेता चाहते हैं कि गांधी परिवार के हर सदस्य को उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ाया जाए। हम लोग इसकी तैयारी भी कर रहे हैं, लेकिन यह शीर्ष नेतृत्व को तय करना है कि कौन कहा से लड़ेगा।
बता दी गई हैं कांग्रेस को सीटें
इंडिया गठबंधन में सपा और कांग्रेस के बीच अभी सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन उससे पहले ही सपा ने अपने प्रत्याशी घोषित करने शुरू कर दिए हैं। इससे जहां कांग्रेस के नेता असहज हैं, वहीं सपा सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश की घटना से सबक लेकर उनकी पार्टी आगे बढ़ रही है। सपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को जो सीटें दी जानी हैं, उसकी जानकारी मुकुल वासनिक की अगुवाई में बनी उनकी कमेटी को दे दी गई है। इस पर सवाल भी वे ही नेता उठा रहे हैं, जो न तो कमेटी में हैं और न ही उन्हें कमेटी ने कोई जानकारी दी है। मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जिस तरह से सपा के साथ व्यवहार किया, वह सबके सामने है। कई राउंड की बातचीत के बाद गठबंधन के तहत सपा को कोई सीट नहीं दी थी।