अब छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं…, सीएम धामी की संपत्ति से हो हल्द्वानी के नुकसान की भरपाई
बरेली में आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि जुल्म और ज्यादती की हद हो गई है। अगर हुकूमत दंगा-फसाद कराना चाहती है तो हम तैयार हैं। शुक्रवार को बिहारीपुर करोलान स्थित संगठन के एक पदाधिकारी के आवास पर मौलाना मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि हमें बहुत छेड़ा गया है, अब छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल पर पाबंदी लगाने की मांग भी की।
मौलाना ने कहा कि प्रदर्शन में आ रहे उनके समर्थकों को जगह-जगह रोका गया। उनमें खौफ पैदा करने की कोशिश की गई। यह जुल्म और ज्यादती है। हम गिरफ्तारी का एलान कर हुकूमत को यह दिखाना चाहते थे कि हमें परेशान न करो। हमारे सब्र का लावा फटेगा तो ठीक नहीं होगा। यह प्रदर्शन भी इसीलिए था कि प्रेशर कुकर की तरह जो गैस भर चुकी है, उसे बाइपास कर दिया जाए। हमने सेफ्टी वॉल्व का काम किया है, क्योंकि हम अमन चाहते हैं। मौलाना ने कहा कि मुसलमानों से नफरत क्यों करते हो। हिंदुस्तान की रग में मुसलमान बसा हुआ है। नसों से खून खींच दोगे तो बचेगा क्या? उन्होंने मुफ्ती सलमान अजहरी को रिहा करने की मांग भी उठाई।
धामी की संपत्ति से हो हल्द्वानी के नुकसान की भरपाई : मौलाना
मौलाना ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देखा कि मुख्यमंत्री रहते नरेंद्र सिंह मोदी ने गुजरात में दंगा कराया, वह प्रधानमंत्री बन गए। इसी लिए धामी भी सोच रहे हैं कि वह भी प्रधानमंत्री बन जाएं। वहां जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई धामी की संपत्ति से की जाए। सुप्रीम कोर्ट को बुलडोजर के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। देश में अमन बनाए रखना है तो बुलडोजर को रोकना जरूरी है।
आस्था है तो मानसरोवर को चीन से कराएं आजाद : मौलाना
मौलाना तौकीर ने कहा कि प्रशासन हुकूमत के दबाव में काम कर रहा है। बाबरी मस्जिद पर फैसला आस्था के आधार पर दिया गया। ज्ञानवापी में पूजा की इजाजत दी गई। आस्था की बात है तो हम ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की ईदगाह सब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले मानसरोवर को चीन से आजाद कराएं। वह भी पहले भारत का ही हिस्सा था। हम भी साथ चलने के लिए तैयार हैं।
जारी रहेगा आंदोलन
मौलाना ने कहा कि बेईमानी के खिलाफ न्याय मिलने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। अब यह पूरे हिंदुस्तान में होगा।कमजोर समझकर हमें नुकसान न पहुंचाया जाए। हम इसका मुकाबला करेंगे।