आपकी ये गड़बड़ आदतें मेटाबॉलिज्म के लिए बहुत नुकसानदायक, मोटापे का भी बढ़ सकता है खतरा
शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए मेटाबॉलिज्म का ठीक रहना जरूरी है। मेटाबॉलिज्म, शरीर में होने वाली रासायनिक प्रक्रिया है जो आपके शरीर को काम करने की ऊर्जा प्रदान करती है। भोजन से पोषक तत्वों को उर्जा में बदलने का काम भी मेटाबॉलिज्म ही करती है। यही कारण है कि शरीर में होने वाले अधिकतर कार्य भी मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करते हैं। हालांकि समय के साथ लोगों में मेटाबॉलिज्म से संबंधित विकारों का जोखिम बढ़ता हुआ देखा जा रहा है। कहीं आपको भी तो मेटाबॉलिज्म की समस्या नहीं है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी वजन बढ़ने, क्रोनिक बीमारियों को बढ़ाने और शरीर की कमजोरी जैसी दिक्कतों का कारण बन सकती है। हमारी दिनचर्या का कई गड़बड़ आदतें मेटाबॉलिज्म विकारों को बढ़ाने वाली हो सकती है। विशेषकर शाम की कुछ आदतों को मेटाबॉलिज्म से संबंधित समस्याओं का कारक पाया गया है, इसके बारे में सभी लोगों को जानना और इससे बचाव करना जरूरी है।
मेटाबॉलिज्म का ठीक रहना जरूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एक्टिव मेटाबॉलिज्म आपको अधिक कैलोरी बर्न करके वजन घटाने में मदद करती है। यह आपके रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और रक्तचाप के स्तर का नियंत्रित रखकर शरीर में इसके संतुलन को बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। जिसका मतलब है कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ और एक्टिव मेटाबॉलिज्म को आधार माना जा सकता है। हालांकि अगर आप स्वस्थ आदतों का पालन नहीं करते हैं तो इससे कई प्रकार की दिक्कतों के बढ़ने का खतरा हो सकता है। सभी उम्र के लोगों को इसपर गंभीरता से ध्यान देते रहना जरूरी है।
सेंडेंटरी लाइफस्टाइल के हैं कई नुकसान
गतिहीन जीवनशैली यानी सेंडेंटरी लाइफस्टाइल कई प्रकार से सेहत के लिए हानिकारक है, इससे मेटाबॉलिज्म की समस्या बढ़ने का भी खतरा रहता है। सेंडेंटरी लाइफस्टाइल आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है जिससे कैलोरी बर्न करना कठिन हो सकता है। यही कारण है कि दिन में अधिकतर समय बैठे रहने या फिर व्यायाम न करने वाले लोगों में वजन बढ़ने का खतरा अधिक हो सकता है।
अच्छी नींद जरूरी
संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है। कम सोने से हृदय रोग, मधुमेह और अवसाद सहित तमाम प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। अपर्याप्त नींद से आपकी मेटाबॉलिक दर भी कम होने लगती है जिससे वजन बढ़ने का जोखिम अधिक हो सकता है।समय पर न सोने से भी आपका नींद चक्र बाधित हो जाता है जिससे भोजन के पाचन से लेकर, शरीर पर अतिरिक्त फैट जमने तक की समस्या हो सकती है।