कोरोना महामारी के दौरान हुई चूक के दिखने लगे दुष्प्रभाव, बच्चों में बढ़े इस संक्रामक बीमारी के केस
कोरोना महामारी ने वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। महामारी के दौरान कोरोनावायरस के कई वैरिएंट्स ने जहां लोगों में गंभीर रोगों का खतरा बढ़ा दिया था, वहीं संक्रमण से ठीक हो चुके लाखों लोगों में एक साल से अधिक समय तक लॉन्ग कोविड के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं देखी जा रही हैं।
हालिया रिपोर्ट्स में डॉक्टर्स ने चिंता जताते हुए बताया है कि संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों में पोस्ट कोविड के कारण हार्ट, फेफड़े और मस्तिष्क से संबंधित कई प्रकार की दिक्कतें देखी जा रही हैं। महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं भी काफी प्रभावित हुई थीं, हालिया रिपोर्ट्स में अब इसके वैश्विक दुष्प्रभाव दिखने शुरू हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में इन दिनों दुनियाभर में खसरे के बढ़ते खतरे को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। खसरा मुख्यरूप से बच्चों में होने वाली संक्रामक बीमारी है, जिसके कारण गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं बढ़ सकती हैं। अध्ययनकर्ता बताते हैं, महामारी के दौरान बढ़े स्वास्थ्य दबाव के चलते बच्चों में टीकाकरण काफी प्रभावित हुआ था, जिसके कारण भारत, अमेरिका सहित कई देशों में बच्चों में इस रोग के मामले काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
महामारी के दौरान टीकाकरण में हुई बड़ी चूक
भारत, दशकों से इस गंभीर बीमार से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक रहा है, हालांकि टीकाकरण को बढ़ावा देकर इस रोग के जोखिमों को पिछले वर्षों में काफी कम कर दिया गया था।
आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 से 2021 के बीच भारत में खसरे के मामलों में 62% की गिरावट आई, इस दौरान प्रति दस लाख जनसंख्या पर 10.4 से घटकर 4 मामले रह गए थे। हालांकि महामारी के दौरान राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान पर भी असर देखा गया जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे खसरे के टीके से चूक गए। लिहाजा देश के कई हिस्सों से पिछले दिनों बच्चों में खसरा के मामले बढते हुए रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
भारत में बच्चों में संक्रमण का जोखिम
हालिया रिपोर्ट्स में मध्य प्रदेश के मैहर जिले में खसरे से दो बच्चों की मौत और 15 से अधिक लोगों में संक्रमण की खबरें हैं। जिले में खसरा के बढ़ते जोखिमों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं भारत पहले भी खसरा महामारी झेल चुका है, अगर इसपर समय रहते कंट्रोल न किया गया तो बच्चों में गंभीर स्वास्थ्य समस्या विकसित होने का खतरा हो सकता है। भारत में खसरा की महामारी को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।