विश्वनाथ धाम में प्रधानमंत्री ने विजय के लिए किया षोड्शोपचार पूजन, त्रिशूल उठाकर जयघोष

वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी ने कल रात काशी पहुंचकर तीसरी बार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विजय की कामना से षोडशोपचार पूजन किया। पूजा के बाद मंदिर के अर्चक ने प्रधानमंत्री को शृंगार मुकुट पहनाया। बाहर आकर पीएम ने हाथ में त्रिशूल उठाकर हर-हर महादेव का जयघोष कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया।

वाराणसी से लोकसभा प्रत्याशी घोषित होने के बाद शनिवार को नरेंद्र मोदी पहली बार काशी आए। वह शाम 7.30 बजे वो बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से 26 किमी तक गुलाब और गुलाल से उनका स्वागत हुआ। रास्तेभर बटुक खड़े थे। ढोल-नगाड़ों की थाप, डमरू के निनाद और शंख की गूंज के बीच हर-हर महादेव और जय श्रीराम का उद्घोष होता रहा। इसके अलावा काशी के मंत्री, विधायक, महापौर अलग-अलग चौराहों पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे।

प्रधानमंत्री का काफिला 8:30 बजे काशी विश्वनाथ धाम पहुंचा। उन्होंने सबसे पहले स्वर्णशिखर को प्रणाम किया। इसके बाद वह मंदिर के स्वर्णिम गर्भगृह में पहुंचे। मंदिर के अर्चक श्रीकांत मिश्र और राजेश पाठक ने षोडशोपचार पूजन की शुरुआत नमस्ते रुद्रमन्यव उतोत इखवे नम: बाहुभ्या: मुतते नम:…से की। इसके बाद उन्होंने ध्यान, आसन, प्रक्षालन, अर्घ्य, स्नान, वस्त्, यज्ञोपवती, चंदन भस्म, माला-फूल बिल्वपत्र, नैवैद्य, तांबूलपत्र, ऋतुफल, प्रदक्षिणा, मंत्र पुष्पांजलि से नमस्कार किया। इसके बाद मंदिर के अर्चक ने प्रधानमंत्री को बाबा विश्वनाथ का शृंगार मुकुट पहनाकर तीसरी बार विजयी भव: का आशीष दिया।

गर्भगृह से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को त्रिशूल भेंट किया। प्रधानमंत्री ने त्रिशूल हाथ में लेकर धाम में शिवभक्तों का हर-हर महादेव के जयघोष से अभिवादन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री का काफिला 8:55 बजे श्री काशी विश्वनाथ धाम से बाहर निकला। प्रधानमंत्री ने हाथ हिलाकर बाहर खड़ी जनता का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में यह सातवां आगमन था, जबकि 44वां काशी दौरा। इसके बाद पीएम बरेका स्थित गेस्ट हाउस के लिए रवाना हो गए।

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