राममंदिर का प्रथम तल पूरी तरह से हुआ तैयार, दूसरे का काम तेज, स्तंभों पर उकेरी जा रही हैं मूर्तियां
राममंदिर के प्रथम तल का काम पूरा हो चुका है। जबकि दूसरे तल का काम भी प्रारंभ हो चुका है। मंदिर को दिसंबर 2024 तक तैयार करने का लक्ष्य है। कार्य की गति बढ़ाने के लिए मजदूरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। नवंबर के अंत तक मंदिर के दूसरे तल का काम भी पूरा करने का लक्ष्य है।
राममंदिर के प्रथम तल व दूसरे तल का काम साथ-साथ चल रहा था। प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही राममंदिर के प्रथम तल की छत और फर्श बन गई थी। अब फिनिशिंग का काम भी पूरा हो गया है जबकि दूसरे तल के स्तंभों को जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। प्रथम तल व भूतल के शेष 70 स्तंभों पर मूर्तियां उकेरने का काम भी तेज कर दिया गया है। मूर्ति कारीगरों की संख्या बढ़ाकर 60 कर दी गई है। अभी तक 40 कारीगर मूर्तियां उकेर रहे थे। दूसरी तरफ प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना के लिए महापीठ का निर्माण शुरू कर दिया गया है। महापीठ वह स्थान है जहां राम दरबार यानि राम, सीता, लक्ष्मण व हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने बताया कि परकोटा में बनने वाले छह मंदिर व सप्तमंडपम की डिजाइन राममंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा तैयार कर रहे हैं।
मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद कुबेर टीला पर जा सकेंगे भक्त
ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र ने बताया कि राममंदिर निर्माण के साथ अन्य प्रकल्पों पर भी काम चल रहा है। कुबेर टीला पर जाने के लिए अभी 40 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण हो रहा है। कुबेर टीला के सुंदरीकरण का काम पूरा हो चुका है, लेकिन अभी यहां श्रद्धालुओं के जाने पर रोक है। बताया कि सभी जरूरी व्यवस्थाएं व सुरक्षा प्रबंधों के बाद ही श्रद्धालु कुबेर टीला पर जा सकेंगे। इसके लिए पास की व्यवस्था की जाएगी।