मिजोरम में भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हुई, सात अब भी लापता
मिजोरम के आइजोल जिले में आए भूस्खलनों के बाद विभिन्न स्थानों से चार अन्य शव बरामद हुए। जिसके बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। अभी भी सात लोग लापता हैं, बचाव कार्य में लगे कर्मचारियों का मानना है कि मंगलवार को चक्रवात रेमल के बाद भूस्खलन और लगातार बारिश के बाद विभिन्न स्थानों पर मलबे के नीचे कुछ लोग फंसे हुए हैं।
मिजोरम में भूस्खलन के बाद 28 मई की रात 25 शव बरामद किए गए थे। इनमें से 14 शव पत्थर खदान ढहने की जगह से बरामद किए गए हैं। आइजोल के पुलिस अधीक्षक राहुल अलवाल ने बताया कि मंगलवार देर रात से चार अन्य शव मेथुम में पत्थर खदान ढहने वाली जगह से बरामद हुए। इसके बाद यहां दबकर मरने वालों की संख्या 15 हो गई। वहीं हिलीमेन में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को आइजोल के सलेम वेंग इलाके में तीन शव मिले। वहीं फल्कॉन और ऐबॉक गांवों में दो-दो तथा लुंगसेई और केलसिह गांवों में एक-एक शव मिला। पुलिस अधीक्षक राहुल अलवाल ने बताया कि 29 पीड़ितों में से 23 मिजोरम के निवासी हैं। इनमें से 5 लोग झारखंड के निवासी हैं, एक असम के सिलचर शहर का है।
मृतकों में एक चार वर्षीय लड़का और एक छह वर्षीय लड़की शामिल है। आइजोल के उपायुक्त नाजुक कुमार ने कहा कि खोज-बचाव अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि सभी लापता व्यक्तियों को ढूंढा जा रहा है। बता दें कि आइजोल शहर में रिपब्लिक वेंग, कानन वेंग और कुलिकॉन में कब्रिस्तान भी भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने बताया कि बारिश और भूस्खलन में 150 से अधिक घर नष्ट हो गए हैं। दर्जनों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और मिजोरम में 50 से अधिक आवास इकाइयां भी जलमग्न हो गई हैं।
विभाग मिलकर चला रहे खोज और बचाव अभियान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि खोज और बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमों को तैनात किया गया है।
यातायात घंटो तक रहा प्रभावित
शहर के पश्चिमी हिस्से में मंगलवार को हुंथर में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन के कारण राजधानी आइजोल में यातायात कई घंटों तक प्रभावित रहा। अधिकारियों ने बताया कि शाम को सड़क अवरोध हटाकर यातायात की आवाजाही बहाल की।