प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी और पीड़ितों को इंसाफ की मांग, सड़क पर उतरे आक्रोशित, ‘हासन चलो’ का नारा दिया
निलंबित जेडी(एस) नेता प्रज्ज्वल रेवन्ना द्वारा किए यौन शोषण के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग के लिए बृहस्पतिवार को सैकड़ों लोगों सड़क पर उतरे। लोगों ने यौन शोषण पीड़ितों के न्याय के लिए मार्च किया। सड़क पर उतरे लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और इस मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की।
कर्नाटक के हासन के सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर लगे यौन शोषण के आरोपों की जांच और पीड़िताओं की न्याय की मांग करने लोग सड़कों पर उतर आए हैं। यह मार्च महाराजा पार्क के पास हेमावती प्रतिमा से शुरू हुआ और हसन के डिप्टी कमिश्नर सी सत्यभामा को ज्ञापन सौंपकर समाप्त हुआ। लोगों ने मानवाधिकार समूह ‘नवेडु निलादिदारे’ (अगर हम खड़े नहीं होते) द्वारा ‘नम्मा नादिगे, हसनदा कडेगा’ (हसन की ओर हमारा मार्च) के बैनर तले किया गया। इस मार्च में राज्य भर से नागरिक समाज समूह की महिलाएं, मजदूर, किसान, दलित और यौन अल्पसंख्यक शामिल हुए। मार्च ‘तमते’ (एक वाद्य यंत्र) और ढोल की थाप के साथ की गई।
सड़कों पर उतरे लोगों ने प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी की मांग के साथ-साथ पीड़ितों के लिए न्याय की भी मांग की। मार्च के जरिए लोगों ने संदेश दिया कि वे पीड़िताओं के साथ हैं। मार्च के बाद तालुक ऑफिस रोड पर एक मेगा कन्वेंशन का भी आयोजन हुआ। जहां कार्यकर्ताओं ने पीड़िताओं के साथ न्याय और प्रज्ज्वल की गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
लोगों का कहना है कि वीडियो में महिलाओं का “राजनीतिक लाभ” के लिए शोषण करने वालों की कड़ी निंदा की। उन्होंने सरकार से पीड़ितों की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। वहीं यौन उत्पीड़न के वीडियो की पेन ड्राइव के प्रसार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रशासन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाले वीडियो को हटाने जल्द से जल्द हटाए। पूर्व सांसद सुभाषिनी अली, लेखिका रूपा हसन, विमला के एस सहित प्रसिद्ध कार्यकर्ता मार्च में भाग लेने वालों में शामिल थे।